इंडियन डिफेंस सेक्टर (सौ. सोशल मीडिया )
ये 2025 का साल पूरी दुनिया के लिए तनावभरा रहा हैं। जहां यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध, इजराइल और ईरान के बीच युद्ध और साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी का माहौल रहा हैं। इन हालातों में डिफेंस सेक्टर के शेयरों में शानदार बढ़त हासिल की है।
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसके बाद से ही डिफेंस सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया था। निवेशकों ने इन शेयरों के माध्यम से अच्छा खासा प्रॉफिट कमाया था।
पिछले कुछ दिनों में डिफेंस सेक्टर की मार्केट वैल्यू काफी तेजी से बढ़ी है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड यानी बीईएल रहा है, जिसने अकेले ही 91,737 करोड़ रुपये का योगदान दिया था। उसके बाद दूसरे नंबर पर सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड ने 66,040 करोड़ रुपये, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने 42,589 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल ने 47,433 करोड़ रुपये का योगदान दिया था।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने फाइनेंशियल ईयर 2025-26 के लिए डिफेंस बजट 6.8 लाख करोड़ रुपये तय किया है। जिसके आधार पर ये पता चला है कि ये फाइनेंशियल ईयर 2024-25 से लगभग 6.3 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि भारत-प्रशांत महासागर, भारत और पाकिस्तान और भारत और चीन की बॉर्डर पर टेंशन को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म इनक्रेड इक्विटीज का ये मानना है कि अगले साल यानी साल 2026-27 में डिफेंस बजट बढ़कर लगभग 7.49 लाख करोड़ रुपये तक हो सकता है यानी इसमें लगभग 10 प्रतिशत की बढ़त हो सकती है।
700 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, निफ्टी 25,000 अंकों के पार
ब्रोकरेज फर्म्स का कहना है कि इंडियन डिफेंस सेक्टर को लेकर काफी सकारात्मक सोच हैं। ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म जेफरीज ने एचएएल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड यानी बीईएल और डेटा पैटर्न्स को अच्छा माना है। उनका कहना है कि बढ़ते हुए डिफेंस एक्सपेंस और एक्सपोर्ट के बढ़ते मौके इन कंपनियों के शेयरों के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकते हैं।