घर की रजिस्ट्री पत्नी के नाम पर करने के फायदे (सौ. सोशल मीडिया )
हर किसी का ये सपना होता है कि उसका अपना खुद का घर हो। अगर आप भी खुद का घर खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो इन बातों को जरूर ध्यान में रखे इससे आपके बचत तो होगी ही साथ ही आपको कई फायदे भी मिलेंगे।
अगर आप भी घर खरीदने जा रहे हैं, तो ये स्मार्ट डिसीजन आपके बेहद काम आ सकता हैं। ये मूव है घर की रजिस्ट्री अपनी पत्नी के नाम पर करवाना। जी हां, आपने सही सुना है देश के कई राज्यों में महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्टर करने पर आपको स्टम्प ड्यूटी पर भारी छूट मिल सकती है, जिससे घर खरीदने की कॉस्ट कम हो सकती है।
देश के हर राज्यों में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं कौ स्टम्प ड्यूटी पर 1 से 2 प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है। देश की राजधानी दिल्ली में पुरुषों को स्टम्प ड्यूटी के तौर पर जहां 6 प्रतिशत का भुगतान करना पड़ता है, तो वहीं महिलाओं को सिर्फ 4 प्रतिशत स्टम्प ड्यूटी देनी होती है। इसके अलावा, राजस्थान में अगर पति और पत्नी दोनों के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्टर करवा ली जाए, तो एडिशनल 0.5 प्रतिशत की छूट मिल सकती है।
कई बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां महिलाओं को होम लोन पर कम ब्याज दर देते हैं। इंटरेस्ट रेट में ये अंतर 0.05 प्रतिशत से 0.10 प्रतिशत तक हो सकता है, जिससे ईएमआई और टोटल इंटरेस्ट दोनों में कमी आती है। इससे लोन चुकाने का टोटल बोझ हल्का हो जाता है।
चौथे दिन भी जारी है सस्ते सोने का दौर, जानें आज क्या हैं गोल्ड रेट
अगर आप अपने घर की रजिस्ट्री भी अपनी पत्नी के नाम पर करवाते हैं और होम लोन भी उन्हीं के नाम से लेते हैं, तो इसका आपको दोहरा फायदा मिलता है। जैसे स्टम्प ड्यूटी में डायरेक्ट सेविंग्स, लोन पर कम इंटरेस्ट रेट से ईएमआई में राहत और इस तरीके से आप स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के जरिए लाखों रुपये भी बचा सकते हैं। घर खरीदते समय सिर्फ लोकेशन और बजट ही नहीं बल्कि कानूनी और फाइनेंशियल बेनिफिट्स के बारे भी सोचना जरूरी है। पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री करवाना ना सिर्फ सेविंग का एक माध्यम है, बल्कि महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी होने से सामाजिक रुप से महिला सशक्तिकरण भी होता है।