अमेरिकी फेडरल रिजर्व (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : पूरी दुनिया में जल्द ही क्रिसमस के त्योहार का जश्न शुरू होने जा रहा है। क्रिसमस फेस्टिवल से पहले अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अमेरिकियों को शानदार तोहफा दिया है। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने साल 2024 की आखिरी मीटिंग के बाद ब्याज दरों में तीसरी बार कटौती की है। ये कटौती 25 बेसिक प्वाइंट्स की है। नवंबर के महीने के बाद से लगातार दूसरी बार 25 बेसिस प्वाइंट में कटौती देखने को मिली है। सितंबर के महीने में फेड रिजर्व ने 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी। इसकी सीधा मतलब है कि पिछले 4 महीनों में फेड रिजर्व ने टोटल 1 प्रतिशत की कटौती की थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप से कयास लगाए जा रहे थे कि उनके सत्ता में वापसी करने पर अमेरिकी फेड रिजर्व ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकते है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने कभी भी ब्याज दरों में कटौती का समर्थन नहीं किया था। बुधवार को हुई बैठक में फेड रिजर्व ने रेट कट करने की घोषणा की थी। इस ऐलान के बाद ब्याज दर 4.50 से घटकर 4.25 प्रतिशत तक हो गई है।
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अमेरिकी फेड रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती का ऐलान किया है। जिसके बाद से फेड रिजर्व का पॉलिसी रेट 4.50 प्रतिशत से घटकर 4.25 प्रतिशत तक हो गया है। आपको जानकारी दे कि फेड ने लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में कटौती की है। पिछले 3 बार की कटौती मिलाकर 100 बेसिस प्वाइंट्स यानी लगभग 1 प्रतिशत तक हुई है। नवंबर के महीने में फेड ने 25 बेसिस प्वाइंट और उससे पहले सितंबर के महीने में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। ये कटौती काफी अहम हो जाती हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिकी फेड रिजर्व की अगली मीटिंग 28 से 29 जनवरी 2025 को होने वाली है।
फेड रिजर्व के इस फैसले के बाद से डॉलर इंडेक्स रॉकेट की रफ्तार से भी तेज दौड़ते हुए नजर आ रहा है। डॉलर सूचकांक की बढ़त का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी होता हुआ नजर आ रहा है। गुरूवार के शुरूआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटता हुआ देखा जा रहा है। इस गिरावट के साथ ही रुपया अपने सर्वकालिक न्यूनतम स्तर 85.06 पर पहुंच गया है। फेड रिजर्व के इस फैसले के बाद से भारतीय बाजार और अन्य बाजारों की मुद्रा पर दबाव पड़ता हुआ देखा जा सकता है।