केबल ऑपरेटर्स (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : पेमेंट बेस्ड केबल टीवी कनेक्शन वाले घरों की संख्या साल 2018 के मुकाबले 4 करोड़ घटकर साल 2024 में 11.1 करोड़ रह गई है। ऐसी स्थिति में लोकल केबल ऑपरेटरों ने अनुमानित तौर पर 1.14 लाख से 1.95 लाख तक रोजगार की कटौती की।
इंडस्ट्री यूनिट ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन यानी एआईसीपीडीएफ और ईवाई इंडिया की एक संयुक्त रिपोर्ट में ये रिजल्ट पेश किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, लोकल केबल ऑपरेटरों की ओर से दिए जाने वाले रोजगार में साल 2018 से साल 2024 के दौरान 31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। साल 2018 में इन कनेक्शनों की संख्या 15.1 करोड़ थी जो घटकर साल 2024 में 11.1 करोड़ रह गई।
केबल टीवी कनेक्शन वाले घरों में गिरावट का प्रमुख कारण डिजिटल माध्यमों पर उपलब्ध सामग्रियों की कंजप्शन में बढ़ोतरी है। इसके अलावा फ्री DTH Service की पेशकश ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है। ये रिपोर्ट नवंबर और दिसंबर 2024 के बीच देशभर के 28,181 केबल ऑपरेटरों के बीच कराए गए सर्वे पर आधारित है। केबल ऑपरेटरों ने सामूहिक रूप से 37,835 कर्मचारियों की संख्या में कटौती की सूचना दी।
टेलीकॉम रेग्यूलेटर ट्राई के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में लगभग 85,000 रजिस्टर्ड लोकल केबल ऑपरेटर हैं जबकि AIDCF के 12 सदस्यों का दावा है कि उनसे कुल 1.62 लाख ऑपरेटर जुड़े हुए हैं। अखिल भारतीय स्तर पर रोजगार में आयी गिरावट का अनुमान लगाने पर यह कटौती 1.14 लाख से लेकर 1.95 लाख के बीच हो सकती है।
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लगभग 93 प्रतिशत केबल ऑपरेटरों ने अपने ग्राहक आधार में गिरावट और 49 प्रतिशत ने अपनी मंथली इनकम में गिरावट की सूचना दी। इसके अलावा, 35 प्रतिशत ऑपरेटरों ने साल 2018 के बाद से कंज्यूमर बेस्ड 40 प्रतिशत से ज्यादा गिरने की बात कही। एआईडीसीएफ के अध्यक्ष और डेन नेटवर्क के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एस एन शर्मा ने सभी संबंधित पक्षों- प्रसारकों, नियामकों और मंत्रालय से आग्रह किया है कि इस रिपोर्ट का उपयोग केबल टीवी उद्योग में सुधार लाने और उसे फिर से विकसित करने के लिए किया जाए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)