पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीईसी ज्ञानेश कुमार, फोटो- सोशल मीडिया
17 Changes by Election Commission: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार चुनाव 2025 के चरणों पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव में 17 नई पहलें लागू हो रही हैं जो देश के लिए एक नया मानक स्थापित करेंगी।
पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार ने लोकतंत्र को जन्म दिया है और अब चुनाव सुधारों की नई दिशा भी यहीं से मिलेगी। उन्होंने अपील की कि लोग छठ महापर्व की तरह लोकतंत्र के इस महापर्व में भी उत्साह और सहयोग से हिस्सा लें।
आयोग ने इस बार कई तकनीकी और प्रशासनिक बदलाव किए हैं ताकि मतदान प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुविधाजनक बने। इन 17 बदलावों में प्रमुख हैं-
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में 22 वर्षों बाद मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पूरा हुआ है। इस अभियान में 90207 बीएलओ ने 243 निर्वाचन क्षेत्रों के ईआरओ की मदद की, जिससे मतदाता सूचियों का “शुद्धीकरण” संभव हुआ। उन्होंने कहा, “2003 के बाद यह पहला मौका है जब इतनी व्यापक स्तर पर मतदाता सूची को अद्यतन किया गया है। योग्य मतदाता नामांकन की समाप्ति से दस दिन पहले तक फॉर्म-6 या फॉर्म-7 के माध्यम से अपने नाम दर्ज या संशोधित कर सकते हैं।
सीईसी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया गया है, लेकिन यह नागरिकता का प्रमाण नहीं होगा। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे हर मतदान केंद्र पर अपने एजेंट की नियुक्ति सुनिश्चित करें और फॉर्म-17C तक उनकी मौजूदगी बनी रहे।
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निर्वाचन आयोग की टीम ने दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान राजनीतिक दलों, जिला प्रशासन, पुलिस, प्रवर्तन एजेंसियों और मुख्य सचिव व डीजीपी से विस्तृत चर्चा की। सीईसी ने कहा कि आयोग का लक्ष्य है कि बिहार चुनाव को पारदर्शी, निष्पक्ष और तकनीकी रूप से आधुनिक बनाया जाए।