जंग हुई तो मिट जाएगा पाकिस्तान, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में किए गए इस भयावह हमले में 28 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस वीभत्स घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान को सख्त और स्पष्ट संदेश देते हुए सिंधु जल संधि पर रोक लगा दी है। सिर्फ इतना ही नहीं, अटारी-वाघा सीमा पर आम नागरिकों की आवाजाही भी पूरी तरह बंद कर दी गई है।
भारत ने अपने राजनयिक स्टाफ को वापस बुला लिया है और पाकिस्तानी उच्चायोग से सैन्य सलाहकारों को भी हटा दिया गया है। ये कदम इस बात का संकेत हैं कि भारत की विदेश नीति अब पहले की तरह सौम्य नहीं, बल्कि दृढ़ और कठोर हो गई है।
आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक चार युद्ध हो चुके हैं, और हर बार पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा है। समय के साथ युद्ध की परिभाषा और तरीके जरूर बदल गए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आज भी पाकिस्तान के लिए भारत से टकराना बेहद मुश्किल है, खासकर तब जब दोनों देशों के पास परमाणु हथियार भी मौजूद हैं।
ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के मुताबिक भारत सैन्य ताकत के लिहाज से दुनिया में चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर आता है। भारत की थल सेना विश्व की दूसरी सबसे बड़ी सेना है, जिसमें लगभग 14.5 लाख सक्रिय और 11.5 लाख रिजर्व सैनिक तैनात हैं। इसके मुकाबले पाकिस्तान के पास सिर्फ 6.5 लाख सक्रिय और 5.5 लाख रिजर्व सैनिक हैं।
हथियारों की दृष्टि से देखा जाए तो भारत पाकिस्तान की तुलना में कहीं अधिक सशक्त है। भारत की नौसेना के पास दो विमानवाहक पोत और तीन परमाणु पनडुब्बियां हैं, जबकि पाकिस्तान के पास इस तरह की कोई सामरिक क्षमता नहीं है। वायुसेना की बात करें तो भारत के पास 513 लड़ाकू विमान हैं, जो कि पाकिस्तान के 328 विमानों की तुलना में कहीं अधिक हैं। भारत अब ‘न्यूक्लियर ट्रायड’ का हिस्सा बन चुका है, जिसका मतलब है कि वह थल, जल और वायु तीनों माध्यमों से परमाणु हमला करने में सक्षम है, जबकि पाकिस्तान के पास यह क्षमता नहीं है।
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वहीं, टैंकों, बख्तरबंद गाड़ियों और तोपों की संख्या में भारत कहीं आगे है। भारत का ‘पिनाका’ रॉकेट सिस्टम तकनीकी रूप से पाकिस्तान के ‘फतह’ सिस्टम से बहुत ही आगे है। मिसाइलों के मामले में भी भारत के पास ब्रह्मोस, अग्नि-5, प्रलय और पृथ्वी जैसी आधुनिक मिसाइलें हैं, जिनमें से कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। इसके मुकाबले पाकिस्तान की शाहीन, गजनवी और बाबर मिसाइलें ताकत और तकनीक के लिहाज से भारत की मिसाइलों से कमतर हैं।