लद्दाख की सीमा पर दिखा दो एयरबेस, सैटेलाइट तस्वीर ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत डेस्क: विश्व में हो रहे युद्ध को देखते हुए चीन भी बहुत तेजी से अपने सैन्य क्षेत्रों को मजबूत कर रहा है। चीन अक्साई चिन से सटे दो नागरिक हवाई अड्डों को सैन्य एयरबेस में बदल रहा है। हाल ही में सैटेलाइट तस्वीरों से यह जानकारी सामने आई है। इन एयरबेसों पर नई हवाई पट्टी, लड़ाकू विमानों के लिए ब्लास्ट प्रूफ हैंगर और बंकर बनाए जा रहे हैं।
चीन इन तैयारियों से अपनी वायुसेना को मजबूत कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन एयरबेसों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ सैन्य अभियानों के लिए किया जा सकता है।
चीन ने अक्साई चिन के उत्तर में दो नागरिक हवाई अड्डों को फिर से विकसित करना शुरू किया है। यह जानकारी ओपन सोर्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म @detresfa_ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है। इसमें बताया गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि चीन अक्साई चिन के उत्तर में अपने दो नागरिक हवाई अड्डों का पुनर्विकास कर रहा है। इन एयरबेस के बनने से शिनजियांग प्रांत के होटन एयरबेस पर काम का दबाव कम होगा, जो वर्तमान में भारत के सामने चीन का प्राथमिक सैन्य हवाई अड्डा है, जिससे पीएलए की युद्धकालीन विमान तैनाती और फैलाव क्षमता में सुधार होगा।
इन्होंने अपने पोस्ट में इन निर्माणाधीन एयरबेस की तस्वीरें भी साझा की हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह कदम भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज से एक नई चुनौती बन सकता है।
China appears to be re-developing two of its civilian airports north of Aksai Chin, this move could ease the operational burden on Hotan, currently China’s primary military airfield facing India, improving the PLA's wartime aircraft deployment & dispersion ability pic.twitter.com/JvjVW9eXp9
— Damien Symon (@detresfa_) January 13, 2025
साझा की गई सैटेलाइट तस्वीरों में देख सकते हैं कि चीन के शिनजियांग प्रांत युटियन वानफैंग और शाचे यारकांत एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। युटियन वानफैंग एयरपोर्ट, जो होटान प्रीफेक्चर के युटियन काउंटी में स्थित है। यहां पर 3,200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे बनाया गया है।
विदेश की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
इसके अलावा, यहां टर्मिनल भवन और चार सैन्य विमानों की पार्किंग के लिए एप्रन का निर्माण हो चुका है।दूसरी ओर, शाचे यारकांत एयरपोर्ट काशगर प्रांत के यारकांत काउंटी में स्थित है। इन दोनों एयरपोर्ट का विकास रणनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
चीन ने अपनी सीमा के पास स्थित होटन एयरबेस पर उन्नत जे-20 स्टील्थ विमानों को तैनात किया है। यह एयरबेस भारत के लिए चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि चीन को डर है कि किसी भी संघर्ष की स्थिति में भारत इसे निशाना बना सकता है।
इस खतरे को देखते हुए चीन ने अपनी रणनीति बदलते हुए अलग-अलग स्थानों पर एयरबेस अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। यह कदम भारत के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर पहले से तनाव है, और ऐसे में चीन की यह तैयारी तनाव बढ़ाने वाली है।