पीएम नरेंद्र मोदी (एएनआई)
Brics Summit 2024: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 22 अक्टूबर को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे के लिए रूस के कजान शहर रवाना हो गए हैं। बता दें कि रूस की अध्यक्षता में कजान शहर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में 28 देशों के नेता भी शामिल होंगे। यह बैठ कई मायनों में अहम बताई जा रही है। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी कजान में ब्रिक्स सदस्य देशों के समकक्षों और नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक का हिस्सा होंगे।
PM Modi departs for Russia to attend BRICS Summit in Kazan
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— ANI Digital (@ani_digital) October 22, 2024
कजान में होने वाले इस सम्मेलन में आर्थिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर चुनौतियों से निपटने पर जोर दिया जाएगा। शिखर सम्मेलन आज शुरू होगा और कल यानी 23 अक्टूबर को दूसरे दिन इसका मुख्य सत्र आयोजित होगा। जिसमें सुबह सत्र के बाद दोपहर को एक ओपन कंप्लीट सत्र होगा। इसमें विभिन्न वैश्विक विषयों पर चर्चा होगी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी रूस जाएंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच मुलाकात हो सकती है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन भारत के राजदूत विनय कुमार के अनुसार द्विपक्षीय बैठक के एजेंडे पर विचार किया जा रहा है।
रूस, ब्राजील, चीन, भारत, मिस्त्र, इथोपिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, अल्जीरिया, आर्मेनिया, अजरबैजान, थाईलैंड, तुर्की, वेनेजुएला, वियतनाम, सर्बिया, फिलिस्तीन, मोरक्को, निकारागुआ, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज़्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, लाओस, मलेशिया, मॉरिटानिया, मेक्सिको, मंगोलिया, बहरीन, बेलारुस, बोलीविया, क्यूबा, कांगो, आर्मेनिया, इथियोपिया, चीन, ब्राजील, मंगोलिया, बहरीन, आदि। इस सम्मेलन में करीब 28 देशों के नेताओं के जुटने की उम्मीद है।
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ब्रिक्स की स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी और इसमें मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत और चीन शामिल थे। लेकिन 2010 में दक्षिण अफ्रीका को भी इसका पूर्ण सदस्य बनाया गया जिसके बाद इसका नाम बदलकर ब्रिक्स रखा गया। जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ ब्रिक्स वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक चौथाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।