
ख्वाजा आसिफ, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Pakistan Afghanistan Conflict: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रही कूटनीतिक और सीमा संबंधी उठापटक एक बार फिर गहराती नजर आ रही है। हाल ही में तुर्की के इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत का दूसरा दौर हुआ, लेकिन इस बार भी किसी ठोस समझौते पर मुहर नहीं लग पाई। इस वार्ता के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को लेकर तीखा बयान दिया है और भारत पर इस पूरे विवाद को प्रभावित करने का आरोप लगाया है।
Geo News के कार्यक्रम में बोलते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अफगान वार्ताकारों ने चार से पांच बार समझौते से पीछे हटने का फैसला काबुल से मिले निर्देशों के बाद ही लिया। उनका दावा है कि जब भी बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ती है, तभी काबुल से फोन आता है और अफगान प्रतिनिधि अपने रुख में बदलाव कर लेते हैं।
आसिफ ने कहा कि हम कई बार समझौते के बेहद करीब पहुंचे। पिछले सप्ताह भी लगभग सब कुछ तय हो गया था, लेकिन जैसे ही वार्ताकारों ने काबुल को रिपोर्ट किया, वहां से हस्तक्षेप हुआ और समझौता वापस ले लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि काबुल में बैठे वे लोग जो वास्तव में फैसले लेते हैं, दिल्ली के नियंत्रण में हैं। आसिफ ने आगे कहा कि काबुल की सरकार अब खुद फैसले नहीं लेती। भारत वहां से डोर खींच रहा है और कठपुतली शो चला रहा है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भारत, अफगानिस्तान को इस्लामाबाद के खिलाफ ‘प्रॉक्सी वॉर’ का मंच बना रहा है। उनके मुताबिक कि भारत अपने पश्चिमी बॉर्डर पर हार की भरपाई काबुल के जरिए कर रहा है। वहां के कई अफगान नेता भारत की यात्रा कर चुके हैं और उसके प्रभाव में हैं।
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगर अफगानिस्तान इस्लामाबाद के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की कोशिश करता है, तो पाकिस्तान 50 गुना मजबूत जवाब देगा। उन्होंने कहा कि काबुल पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और भारत के हाथों में खेल रहा है।य
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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि तालिबान की हठधर्मिता के बावजूद बातचीत के जरिए किसी समझौते की आखिरी कोशिश जारी है। सूत्रों ने बताया कि बंद दरवाजों के पीछे अधिकांश बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन कुछ राजनीतिक अड़चनें अब भी बनी हुई हैं।






