इजरायल-गाजा युद्ध
यरुशलम: गाजा पट्टी में जारी भीषण संघर्ष के बीच अब इजरायल को एक और अप्रत्याशित झटका मिला है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बाद अब मुस्लिम देश जॉर्डन ने भी हमास को खत्म करने का ‘प्लान 3000’ पेश कर दिया है। इस प्रस्ताव के तहत हमास के 3,000 सदस्यों और उसके सैन्य नेताओं को गाजा से निर्वासित करने का सुझाव दिया गया है। इजरायल की बढ़ती बमबारी और गाजा में बिगड़ते हालात के बीच जॉर्डन का यह प्रस्ताव संघर्ष विराम की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है, लेकिन सवाल है कि क्या यह योजना वास्तव में लागू हो पाएगी?
जॉर्डन के इस प्रस्ताव के मुताबिक, गाजा से निर्वासित किए जाने वालों में हमास के सैन्य और राजनीतिक दोनों ही स्तर के नेता शामिल होंगे। इस योजना का उद्देश्य गाजा पट्टी को हमास के नियंत्रण से मुक्त कर फिलिस्तीनी प्राधिकरण को वहां की सत्ता सौंपना है। योजना में हमास और अन्य प्रतिरोधी समूहों का पूर्ण निरस्त्रीकरण करने का आह्वान भी शामिल है। इस प्रस्ताव से पहले ट्रंप ने भी ऐसा ही सुझाव दिया था, लेकिन तब कई अरब देशों ने उसे ठुकरा दिया था।
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यह प्रस्ताव ऐसे समय में सामने आया है जब इजरायल ने 18 मार्च से एकतरफा युद्धविराम तोड़ते हुए रमजान के पवित्र महीने में फिर बमबारी शुरू कर दी है। मंगलवार को जब लोग सेहरी के लिए जागे थे, तब इजरायली विमानों ने हमला कर दिया। इसमें 200 बच्चों समेत 400 लोग मारे गए।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 से अब तक इजरायली हमलों में 50,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें करीब 18,000 बच्चे हैं, और 1,13,000 लोग घायल हुए हैं। आपको बता दें कि इस योजना में हमास और अन्य प्रतिरोधी समूहों का पूर्ण निरस्त्रीकरण करने का आह्वान भी शामिल है। इस प्रस्ताव से पहले ट्रंप ने भी ऐसा ही सुझाव दिया था, लेकिन तब कई अरब देशों ने उसे ठुकरा दिया था। आपको यह भी बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के भी कुछ इसी तरह के विचार सामने आये हैं। अब गाजा के इस प्लान पर आगे की क्या रणनीति रहती है यह देखना बहुत जरूरी हो जाता है।