गाजा में राहत केंद्र पर बरसी गोलियां, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
गाजा पट्टी: इजरायल ने एक बार फिर गाजा में भीषण हमला किया है। फिलिस्तीनी अस्पतालों और चश्मदीदों के मुताबिक, शनिवार को गाजा पट्टी में एक राहत केंद्र की ओर बढ़ रहे लोगों पर गोलीबारी की गई, जिसमें कम से कम 31 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इसके अलावा, इज़राइली हवाई हमलों में चार बच्चों सहित कम से कम 28 अन्य लोग मारे गए।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच दो दिन चली बैठकों के बावजूद युद्धविराम को लेकर कोई ठोस प्रगति नहीं हो सकी। ट्रंप ने दावा किया था कि वह इजरायल और हमास के बीच समझौते के करीब पहुंच चुके हैं, जिससे युद्ध समाप्त हो सकता है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है।
अस्पताल अधिकारियों और चश्मदीदों के अनुसार, दक्षिणी गाजा के राफा क्षेत्र में मारे गए 31 फिलिस्तीनी उस राहत केंद्र की ओर जा रहे थे, जिसे इजराइली समर्थित अमेरिकी संगठन ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ चला रहा है। रेड क्रॉस ने बताया कि गोलीबारी के बाद, उसके फील्ड अस्पताल में एक साल से अधिक समय में मृतकों की यह सबसे बड़ी संख्या थी। घायल हुए 100 से अधिक लोगों में से अधिकतर को गोली लगने के कारण चोटें आई थीं।
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अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, मध्य गाजा के दीर अल-बला इलाके में हुए हवाई हमलों में चार बच्चों सहित 13 लोगों की जान चली गई। वहीं, नासिर अस्पताल ने बताया कि दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में 15 अन्य लोगों की मौत हुई है। इजरायली सेना से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई, लेकिन उन्होंने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की। उधर, उत्तरी गाजा के बेत हनून क्षेत्र में शनिवार शाम को लगातार तेज हवाई हमले होते रहे।
इजरायली सेना ने बताया कि बीते 48 घंटों के भीतर गाजा पट्टी में करीब 250 लक्ष्यों को निशाना बनाकर हमले किए गए। इन हमलों में आतंकवादियों के ठिकाने, हथियारों के गोदाम, टैंक रोधी मिसाइल लॉन्च साइटें, स्नाइपर पोस्ट, सुरंगें और हमास से जुड़े अन्य ढांचे शामिल हैं। साथ ही, सेना ने शनिवार को घोषणा की कि भूमध्यसागरीय तट पर सख्त पाबंदियां लागू कर दी गई हैं और मछुआरों, तैराकों व गोताखोरों को समुद्र में जाने से रोक दिया गया है।