शिगेरु इशिबा, पीएम मोदी (फोटो- सोशल मीडिया)
PM Modi Japan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की अंत में चीन दौरे पर जाने वाले है। चीन से पहले वो जापान की यात्रा पर जाएगे। इसे लेकर दोनों देशों ने तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को टोक्यो में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने जापानी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष फुकुशिरो नुकागा से मुलाकात की।
इस बैठक में भारत और जापान के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा हुई। साथ ही दोनों देशों के बीच मानव संसाधन के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर विचार किया गया। जापान स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यह जानकारी साझा की।
इससे पहले राजदूत जॉर्ज ने सुमितोमो मित्सुई ट्रस्ट समूह के समूह अध्यक्ष तोरु ताकाकुरा से मुलाकात की। यह बैठक टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास में हुई, जहां दोनों पक्षों ने भारत-जापान के वित्तीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दूतावास ने इसे एक “उपयोगी चर्चा” बताया, जो दोनों देशों के आर्थिक सहयोग को नई दिशा देने में सहायक हो सकती है।
राजदूत जॉर्ज ने त्सुकिजी होंगवानजी मंदिर के धार्मिक मामलों के उप प्रमुख रेव. तोमोहिरो किमुरा से भी मुलाकात की। इसमें भारत और जापान के बीच बौद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक आदान-प्रदान को और सुदृढ़ करने पर चर्चा हुई। यह बातचीत दोनों देशों के ऐतिहासिक धार्मिक संबंधों को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है।
प्रधानमंत्री की आगामी जापान यात्रा से ठीक पहले यह सभी बैठकें आयोजित की गईं। पीएम मोदी 29-30 अगस्त को जापानी नेता शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह उनकी जापान की आठवीं यात्रा होगी, लेकिन शिगेरु इशिबा के साथ यह पहली द्विपक्षीय शिखर वार्ता होगी। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री भारत-जापान संबंधों को और सशक्त करने का प्रयास करेंगे।
यह भी पढ़ें: फिजी के प्रधानमंत्री से मिले PM मोदी, साइबर सिक्योरिटी-डेटा प्रोटेक्शन समेत सात समझौतों पर किए साइन
भारत और जापान के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से गहरे और मैत्रीपूर्ण रहे हैं, जिनकी जड़ें आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव में निहित हैं। वर्ष 2000 में वैश्विक साझेदारी, 2006 में रणनीतिक साझेदारी और 2014 में विशेष रणनीतिक वैश्विक साझेदारी की स्थापना के बाद दोनों देशों के रिश्ते लगातार मजबूत होते गए हैं। दोनों राष्ट्र हर वर्ष वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित करते हैं, जो उनके परस्पर विश्वास और सहयोग का प्रमाण है।