रणधीर जयसवाल
नई दिल्ली: सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश के सिलसिले में गठित भारतीय जांच समिति की अमेरिका में अधिकारियों के साथ बैठक की। भारत ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिका द्वारा दी गई जानकारी को बहुत गंभीरता से लिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां एक प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही। मामले के संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) के अभियोग में चिह्नित व्यक्ति के बारे में एक अन्य सवाल पर जायसवाल ने पुष्टि की कि वह व्यक्ति अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है।
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अमेरिका ने पूर्व में कहा था कि भारत सरकार ने पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपों से निपटने में गंभीरता दिखाई है। भारतीय अधिकारियों की एक टीम ने हाल में वाशिंगटन में विदेश विभाग और न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
अमेरिका के आरोपों के बाद भारत ने साजिश के संबंध में अमेरिका द्वारा दी गई जानकारी की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति नियुक्त की। जायसवाल ने बताया कि समिति के दो सदस्य अमेरिका गए और अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक की।
क्या है मामला
दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका ने पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव पर न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने का आरोप लगाया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी पर भाड़े पर हत्या और धन शोधन का आरोप लगाया है।
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अमेरिका के बर्दाश्त के बाहर
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा, आज के आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने, उन्हें खतरे में डालने और हर अमेरिकी नागरिक के अधिकारों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा।