डोनाल्ड ट्रंप ने कहा पनामा नहर पर अमेरिका अपना कब्जा वापस लेगा (सोर्स: सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ने डाेनाल्ड ट्रंप ने बड़े फैसले लिए है। ट्रंप के कार्यकाल में पहले दिन करीब 100 कार्यकारी आदेश जारी करने का संकल्प लिया है। शपथ लेने के बाद डोनाल्ट ने ट्रंप ने अपने संबोधन में कई फैसलों को जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरी सबसे गौरवपूर्ण विरासत शांति निर्माता और एकीकरणकर्ता की होगी। मैं शांति निर्माता और एकीकरणकर्ता बनना चाहता हूं।
डाेनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम अपने शहरों में कानून और व्यवस्था वापस लाने जा रहे हैं। आज से, यह यूनाइटेड स्टेट्स सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि केवल दो लिंग हैं, पुरुष और महिला। उन्होंने कहा कि “इस सप्ताह मैं सार्वजनिक और निजी प्रकाश के हर पहलू में जाति और लिंग को सामाजिक रूप से इंजीनियर करने की सरकारी नीति को भी समाप्त कर दूंगा। हम एक ऐसा समाज बनाएंगे जो रंगभेद रहित और योग्यता आधारित हो।”
इस सप्ताह, मैं उन सभी सेवा सदस्यों को बहाल करूंगा जिन्हें COVID वैक्सीन अनिवार्यता पर आपत्ति जताने के लिए हमारी सेना से अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया गया था, उन्हें पूरा वेतन देकर, और मैं अपने योद्धाओं को ड्यूटी के दौरान कट्टरपंथी राजनीतिक सिद्धांतों और सामाजिक प्रयोगों के अधीन होने से रोकने के लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा…हमारे सशस्त्र बलों को अमेरिका के दुश्मनों को हराने के अपने एकमात्र मिशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र किया जाएगा…”
राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रंप ने पनामा नहर को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि पनामा नहर पर अमेरिका अपना कब्जा वापस लेगा। ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर के निर्माण में पहले से कहीं अधिक धन खर्च किया और 38 लोगों की जान चली गई। इस मूर्खतापूर्ण उपहार से हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया है, जिसे कभी नहीं दिया जाना चाहिए था।
#WATCH | Washington DC | US President #DonaldTrump says, “…The United States, I mean, think of this, spent more money than ever spent on a project before and lost 38 lives in the building of the Panama Canal. We have been treated very badly from this foolish gift that should… pic.twitter.com/cUtMn6eMtQ
— ANI (@ANI) January 20, 2025
ट्रंप ने कहा कि पनामा ने हमसे जो वादा किया था, उसे तोड़ दिया है। हमारे सौदे के उद्देश्य और हमारी संधि की भावना का उल्लंघन किया गया है। अमेरिकी जहाजों के साथ किसी भी तरह से गंभीर व्यवहार किया जा रहा है और उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना भी शामिल है।
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चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है और हमने इसे चीन को नहीं दिया। हमने इसे पनामा को दिया और अब हम इसे वापस ले रहे हैं।