यूएन में ट्रंप, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Donald Trump speech disruption: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में उनकी यात्रा के दौरान उनके खिलाफ तीन गंभीर और भयावह घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि सीक्रेट सर्विस इन घटनाओं की जांच करेगी। संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं को संबोधित करते हुए ट्रंप ने संगठन पर तीखा हमला बोला और इसे अपनी क्षमताओं का गलत इस्तेमाल करने वाला बताया। उन्होंने यूरोपीय सहयोगियों की रूस-यूक्रेन संघर्ष को संभालने की रणनीति की आलोचना की और उन पर ऐसी आव्रजन नीतियां अपनाने का आरोप लगाया, जिन्हें ट्रंप अपने अनुसार उनके देशों के लिए खतरनाक मानते हैं।
साथ ही, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा कि उनकी यात्रा के दौरान हुई ये असामान्य घटनाएं संयोग नहीं थीं, बल्कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा थीं। ट्रंप के अनुसार, पहली घटना उस समय हुई जब उन्हें और उनके साथियों को ले जाने वाला एस्केलेटर अचानक तेज आवाज के साथ रुक गया। उन्होंने इस मामले में जवाबदेही की मांग की।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि जिन लोगों ने यह किया, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इसके बाद दूसरी समस्या तब सामने आई जब उनके भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर अचानक पूरी तरह बंद हो गया। ट्रंप ने इसे किसी की साजिश बताया, लेकिन एक यूएन अधिकारी ने, नाम न बताने की शर्त पर, कहा कि टेलीप्रॉम्प्टर की देखरेख व्हाइट हाउस के स्टाफ की जिम्मेदारी थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनकी कथित तीसरी बाधा हॉल में ध्वनि प्रणाली की गड़बड़ी से जुड़ी थी। उनका दावा था कि श्रोता केवल ईयरपीस के माध्यम से अनुवादकों पर भरोसा करके ही उनकी बात समझ पा रहे थे, जबकि उनकी पत्नी मेलानिया बिल्कुल कुछ सुन नहीं पा रही थीं। ट्रंप ने यह भी कहा कि यह कोई संयोग नहीं था और ये घटनाएं जानबूझकर की गई थीं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से सुरक्षा फुटेज को सुरक्षित रखने और जांच में सीक्रेट सर्विस को शामिल करने का आग्रह भी किया।
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डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी कथित तीसरी बाधा को लेकर कहा कि यह पूरी घटना हॉल में ध्वनि प्रणाली की गंभीर गड़बड़ी से जुड़ी थी। उनके अनुसार, श्रोता केवल ईयरपीस के जरिए अनुवादकों पर भरोसा करके ही उनकी बात समझ पा रहे थे, जबकि उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप को बिल्कुल भी सुन नहीं पा रही थीं। ट्रंप ने इस स्थिति को संयोग से जोड़ने से इंकार किया और जोर देकर कहा कि ये घटनाएं जानबूझकर की गई थीं।
उन्होंने यह भी सार्वजनिक रूप से मांग की कि संयुक्त राष्ट्र को सुरक्षा कैमरों और फुटेज को सुरक्षित रखना चाहिए और इस मामले की जांच में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस को तत्काल शामिल किया जाना चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे क्या मकसद था और इसे कौन अंजाम दे रहा था। ट्रंप के अनुसार, इस प्रकार की बाधाएं केवल उनके संदेश को कमजोर करने और दर्शकों पर असमंजस पैदा करने के इरादे से की गई थीं।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)