पाकिस्तान के अस्पतालों में मचा हाहाकार, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
कराची: पाकिस्तान के कराची शहर में पिछले एक सप्ताह के दौरान कोरोना वायरस के कारण चार लोगों की मौत हुई है। मृतकों में अधिकतर बुजुर्ग शामिल थे, जो पहले से ही विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे। इन सभी की मौतें आगा खान यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में हुईं, जहां पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में गर्मियों के मौसम में कोरोना के मामलों में अचानक वृद्धि होना सामान्य नहीं है।
इधर भारत में भी कोरोना के 312 नए मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक केस केरल से 95, तमिलनाडु से 66 और महाराष्ट्र से 56 रिपोर्ट किए गए हैं। इन नए मामलों के लिए कोरोना वायरस के JN1 वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है।
अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, हाल के कुछ हफ्तों में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। AKUH में संक्रामक रोगों के प्रोफेसर प्रो. डॉ. सैयद फैसल महमूद ने बताया कि बीते दो से तीन हफ्तों के दौरान हमने COVID के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह बढ़ोतरी उस समय देखी जा रही है जब गर्मी अपने चरम पर है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है।
Four people, elderly with weakened immunity & underlying health conditions, died following Covid-19 infections in Karachi amid a noticeable surge in cases over the past two weeks.@AKUGlobal @NIH_Pakistan@jasghar @drsafdar64 @fslsltn @zfrmrzahttps://t.co/0vHpYoZCht
— M. Waqar Bhatti (@MWaqar_Bhatti) May 23, 2025
“रिपोर्टों के अनुसार, अस्पतालों में आने वाले अधिकांश मरीज हल्के लक्षणों जैसे गले में खराश, खांसी, बदन में दर्द और बुखार की शिकायत कर रहे हैं। हालांकि, यह वायरस अब भी बुज़ुर्गों और कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। यह संक्रमण मुख्य रूप से 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उनमें देखा जा रहा है।
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हाल के दिनों में पूरे एशिया में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। सिंगापुर में 13 मई तक 14,200 नए केस सामने आए, वहीं थाईलैंड में 17 मई तक 33,030 नए संक्रमित पाए गए। हॉन्गकॉन्ग में भी 10 मई तक 1,042 नए मामलों की पुष्टि हुई है।
भारत में भी 12 मई के बाद से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। देश के 11 राज्यों से नए मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से अधिकांश केस केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से हैं। 19 मई को दिए गए आंकड़ों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कुल 312 सक्रिय मामले हैं। वहीं, मुंबई से दो मरीजों की मौत की खबर भी आई है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह नया वैरिएंट गंभीर रूप से खतरनाक नहीं है।
इस बार संक्रमण के पीछे ओमिक्रोन के नए वैरिएंट JN1 और उसके उप-वैरिएंट्स LF7 और NB1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अभी तक ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले हैं जिससे पता चले कि ये वैरिएंट पहले की तुलना में अधिक खतरनाक या तेजी से फैलने वाले हैं। हालांकि, उनका यह मानना है कि यह लहर उन लोगों को प्रभावित कर सकती है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है।