
गहरे समुद्र में चीन की बड़ी छलांग, फोटो (सो. एआई डिजाइन)
China News In Hindi: चीन की गहरे समुद्र में वैज्ञानिक मौजूदगी लगातार मजबूत होती जा रही है। चीनी विज्ञान अकादमी (Chinese Academy of Sciences) की प्रमुख वैज्ञानिक और तकनीकी अवसंरचना परियोजना ‘मानवयुक्त पनडुब्बी और अपतटीय संचालन मदर शिप’ की उपयोगकर्ता समिति ने वर्ष 2025 के लिए वार्षिक अनुप्रयोग स्थिति और वर्ष 2026 की प्रारंभिक योजना जारी की है। यह जानकारी दक्षिणी चीन के हाईनान प्रांत के सान्या शहर में आयोजित बैठक के दौरान साझा की गई।
आंकड़ों के मुताबिक, चीन की तीन प्रमुख मानवयुक्त पनडुब्बियां ‘च्याओलोंग’ (ड्रैगन), ‘शनहाई योंगशी’ (गहरे समुद्र का योद्धा) और ‘फेंतोउचे’ (प्रयासकर्ता) 2025 में अभूतपूर्व स्तर पर गहरे समुद्र में गोते लगाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। अनुमान है कि केवल ‘च्याओलोंग’ मानवयुक्त पनडुब्बी से वर्ष 2025 के दौरान 93 गोते पूरे किए जाएंगे।
वहीं, वर्ष 2025 में 20 दिसंबर तक शनहाई योंगशी ने 106 गोते और ‘फेंतोउचे’ ने 115 गोते सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। इन आंकड़ों को मिलाकर देखा जाए तो वर्ष 2025 के अंत तक चीन की तीनों मानवयुक्त पनडुब्बियां कुल 314 गहरे समुद्र में मानवयुक्त गोते पूरी कर लेंगी। यह उपलब्धि चीन की समुद्री वैज्ञानिक क्षमताओं और पनडुब्बी संचालन तकनीक में निरंतर हो रहे सुधार को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
अब तक, चीन की इन तीनों गहरे समुद्र में चलने वाली मानवयुक्त पनडुब्बियों ने कुल 1,746 गोते पूरे कर लिए हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि वर्ष 2026 तक यह संख्या 2,000 के आंकड़े को पार कर जाएगी, जो चीन के गहरे समुद्र अनुसंधान इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, ये पनडुब्बियां न केवल समुद्र की गहराइयों में भूवैज्ञानिक संरचनाओं, जैव विविधता और खनिज संसाधनों के अध्ययन में अहम भूमिका निभा रही हैं बल्कि समुद्री पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से जुड़े शोध में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इसके अलावा, ’15वीं पंचवर्षीय योजना’ (2026-2030) के दौरान चीन अपने मानवयुक्त और मानवरहित गहरे समुद्र पनडुब्बी उपकरणों का अधिक व्यापक उपयोग करने की योजना बना रहा है।
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इस अवधि में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त वैज्ञानिक अभियानों की संख्या बढ़ाने, वैश्विक वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने तथा गहरे समुद्र में अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास और उपकरणों के अनुप्रयोग को नई गति देने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इस तरह, गहरे समुद्र की खोज में चीन की बढ़ती भागीदारी न केवल राष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रगति को दर्शाती है बल्कि वैश्विक समुद्री अनुसंधान में उसके बढ़ते प्रभाव को भी रेखांकित करती है।






