2 हिस्सों में बंट जाएगा बांग्लादेश, (डिजाइन फोटो)
Bangladesh Myanmar News: बांग्लादेश को लेकर अराकान आर्मी का खतरनाक प्लान सामने आया है। अराकान आर्मी के लड़ाके रखाइन को अलग देश बनाने और बांग्लादेश को तोड़ने के लिए सीक्रेट मिशन पर काम कर रहे हैं. अराकान आर्मी बांग्लादेश और म्यांमार बॉर्डर पर सक्रिय हैं, जहां उसकी लड़ाई जुंटा सेना से चल रही है। बांग्लादेश की स्थानीय अखबार नया दिगांता के मुताबिक अराकान की सेना बांग्लादेश को तोड़ने के लिए प्लान के हिसाब से काम कर रही है. इसके तहत पहले पहाड़ी जनजातियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
अराकान आर्मी के बारे में एक खतरनाक योजना की जानकारी सामने आई है यह समूह राखाइन से अलग एक राज्य बनाने और बांग्लादेश को कमजोर करने के लिए गुप्त अभियान चला रहा है। रिपोर्ट के अनुसार अराकान आर्मी बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर सक्रिय है और वहीं उसकी लड़ाई स्थानीय जुंटा सेना से लंबी समय से चल रही है।
बांग्लादेश के स्थानीय अख़बार ‘नया दिगांता ’ के हवाले से कहा गया है कि अराकान की यह रणनीति योजनाबद्ध तरीके से लागू की जा रही है पहले पहाड़ी जनजातियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है और फिर सीमावर्ती इलाकों में अपना असर बढ़ाया जा रहा है। इसी प्रशिक्षण के दौरान जनजातियों को अलग राष्ट्र बनाने की विचारधारा के बारे में प्रभावित किया जा रहा है। 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।
रखाइन, म्यांमार का एक राज्य है, जो मुख्य रूप से बौद्धों का इलाका है। लंबे समय से अराकान आर्मी यहां अलग प्रांत की मांग कर रही है। 2017 में अराकान आर्मी और रोहिंग्या समुदाय के बीच बड़े संघर्ष के बाद लगभग 7 लाख रोहिंग्या को अपने घर छोड़ने पड़े। अराकान आर्मी का उद्देश्य एक अलग रखाइन प्रांत बनाना है। उनके प्रस्तावित क्षेत्र में म्यांमार का रखाइन राज्य और बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी इलाके शामिल हैं। अगर यह योजना सफल होती है, तो बांग्लादेश के बंदरबन और कोक्स बाजार जैसे इलाके ढाका के नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अराकान आर्मी के पास फिलहाल लगभग 45,000 सक्रिय सैनिक हैं। संगठन की प्राथमिक योजना इस संख्या को और बढ़ाने की है। इसके लिए लगातार प्रशिक्षण और भर्ती कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। संगठन का विस्तार अब बांग्लादेश तक भी हो रहा है। संगठन स्थानीय जनजातियों को अपने पक्ष में करने के लिए मुसलमानों का डर दिखाने की रणनीति अपना रहा है। अखबार के मुताबिक, अराकान आर्मी म्यांमार में करीब 271 किलोमीटर क्षेत्र पर नियंत्रण रखती है। संगठन अपने संगठन को मजबूत करने और धन कमाने के लिए बांग्लादेश सीमा के पास ड्रग्स और तस्करी के अवैध कारोबार में भी शामिल है।