
पाकिस्तान CDF आसिम मुनीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
Pakistan CDF India Warning: पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को देश का पहला रक्षा बलों का प्रमुख (CDF) नियुक्त किया गया है। पदभार संभालने के बाद उन्होंने सशस्त्र बलों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए भारत को चेतावनी दी है। मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान एक शांतिपूर्ण राष्ट्र है, लेकिन किसी को भी उसकी क्षेत्रीय अखंडता को परखने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने धमकी दी कि किसी भी आक्रमण की स्थिति में पाकिस्तान की प्रतिक्रिया गंभीर होगी।
फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को सोमवार (8 दिसंबर, 2025) को देश के पहले सीडीएफ के रूप में नियुक्त होने पर GHQ (मुख्यालय) में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अधिकारियों को संबोधित किया। उनका यह बयान भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर (पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए) के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ढांचों को निशाना बनाने की हालिया घटना के बाद आया है।
मुनीर ने दोहराया कि पाकिस्तान शांतिप्रिय देश है, लेकिन उन्होंने सख्त चेतावनी दी कि किसी को भी देश की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पहुंचाने या उसके संकल्प को परखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर कोई आक्रमण होता है, तो पाकिस्तान बहुत ही तीव्र और गंभीर जवाब देगा।
आसिम मुनीर ने इस दौरान पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने अफगान तालिबान शासन को एक स्पष्ट संदेश दिया। मुनीर ने कहा कि अफगान तालिबान के पास फितना अल-खवारिज (टीटीपी) और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को इस्लामी इतिहास के एक हिंसक समूह ‘फितना अल-खवारिज’ के रूप में अधिसूचित किया था। यह बयान सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की गंभीर चिंता को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान और लोकतंत्र…इमरान और मुनीर की करतूतों पर भारत की दो टूक, कहा- वहां अस्थिरता नई बात नहीं
फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने पहले सीडीएफ के रूप में कार्यभार संभाला है और वह इसके साथ ही सेना प्रमुख के रूप में भी कार्य करते रहेंगे। सरकार ने उनकी नई भूमिका में नियुक्ति के लिए पांच साल के कार्यकाल की अधिसूचना पिछले सप्ताह जारी की थी।
सीडीएफ का पद पिछले महीने 27वें संविधान संशोधन और उसके बाद पाकिस्तान सेना, वायुसेना और नौसेना (संशोधन) विधेयक 2025 में किए गए बदलावों के बाद बनाया गया है। यह नया पद पाकिस्तान के रक्षा ढांचे में एक महत्वपूर्ण संस्थागत बदलाव को दर्शाता है।






