दार्जिलिंग में पुल टूटने से 6 की मौत (फोटो- सोशल मीडिया)
Darjeeling Bridge Collapse News: पश्चिम बंगाल में आसमान से बरस रही आफत ने भारी तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश के चलते राज्य के कई जिले त्राहिमाम कर रहे हैं। सबसे भयावह तस्वीर दार्जिलिंग से सामने आई है, जहां भूस्खलन के कारण मिरिक और कुरसियोंग को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण लोहे का पुल ढह गया, इस दर्दनाक हादसे में कम से कम 6 लोगों की जान चली गई। लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ों से लेकर मैदानों तक जन-जीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है और कई गांवों का संपर्क मुख्य इलाकों से टूट गया है।
राहत और बचाव की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, लेकिन सड़कों पर जमा मलबा और कीचड़ उनके काम में बाधा डाल रहा है। मौसम विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दार्जिलिंग, कालिंपोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूच बिहार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, उप-हिमालयी क्षेत्रों में सोमवार तक भारी बारिश का यह दौर जारी रह सकता है। पश्चिम झारखंड पर बना कम दबाव का क्षेत्र बिहार की ओर बढ़ रहा है, जिससे आने वाले समय में भी राहत की उम्मीद कम है।
बारिश का कहर केवल पहाड़ी इलाकों तक ही सीमित नहीं है। मैदानी इलाकों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। जलपाईगुड़ी का मालबाजार इलाका पूरी तरह पानी में डूब गया है। तीस्ता, माल और अन्य पहाड़ी नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। वहीं, कालिम्पोंग जिले में भी भारी बारिश ने हालात गंभीर कर दिए हैं। पहाड़ी ढलानों पर लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। राहत टीमें मलबे को हटाने और फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए लगातार मशक्कत कर रही हैं।
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इस प्राकृतिक आपदा ने यातायात व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया है। सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग 717ई पर भूस्खलन के कारण भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है, जिससे आवाजाही रुक गई है। इसी तरह, पेडोंग और ऋषिखोला के बीच भी भूस्खलन के कारण यातायात पूरी तरह से बाधित है। कई प्रमुख सड़कें बंद होने से अनगिनत गांव अलग-थलग पड़ गए हैं, जिससे उन तक मदद पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। प्रशासन लगातार रास्ते खोलने का प्रयास कर रहा है।