Mahakal Temple Ujjain: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दर्शन और पूजा के नियमों में बदलाव किए गए हैं। मंदिर समिति ने भक्तों की सुरक्षा और आंतरिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के तहत, मंदिर के गर्भ गृह में अब विशाल फूल मालाएं और विशेष मुंड मालाएं इत्यादि चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह पाबंदी मुख्य रूप से सुरक्षा कारणों से लागू की गई है। मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इन बड़ी मालाओं को केवल मंदिर समिति के माध्यम से ही बाबा महाकाल को अर्पित किया जाएगा। इसका सीधा अर्थ है कि अब श्रद्धालुओं के लिए इस प्रकार की बड़ी मालाएं या मुंड मालाएं लाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। यह कदम सुनिश्चित करता है कि भीड़भाड़ के दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा चूक न हो और गर्भ गृह के अंदर की व्यवस्था सुचारू बनी रहे। मंदिर समिति का लक्ष्य है कि भक्तगण बिना किसी रुकावट के दर्शन कर सकें। इस नियम का पालन अब सभी भक्तों को करना होगा, जिससे मंदिर के भीतर शांति और व्यवस्था बनी रहे।
Mahakal Temple Ujjain: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दर्शन और पूजा के नियमों में बदलाव किए गए हैं। मंदिर समिति ने भक्तों की सुरक्षा और आंतरिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के तहत, मंदिर के गर्भ गृह में अब विशाल फूल मालाएं और विशेष मुंड मालाएं इत्यादि चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह पाबंदी मुख्य रूप से सुरक्षा कारणों से लागू की गई है। मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इन बड़ी मालाओं को केवल मंदिर समिति के माध्यम से ही बाबा महाकाल को अर्पित किया जाएगा। इसका सीधा अर्थ है कि अब श्रद्धालुओं के लिए इस प्रकार की बड़ी मालाएं या मुंड मालाएं लाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। यह कदम सुनिश्चित करता है कि भीड़भाड़ के दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा चूक न हो और गर्भ गृह के अंदर की व्यवस्था सुचारू बनी रहे। मंदिर समिति का लक्ष्य है कि भक्तगण बिना किसी रुकावट के दर्शन कर सकें। इस नियम का पालन अब सभी भक्तों को करना होगा, जिससे मंदिर के भीतर शांति और व्यवस्था बनी रहे।






