
संभल हत्याकांड के पकड़े गए आरोपी, फोटो- संभल पुलिस
Sambhal Murder Case: उत्तर प्रदेश के संभल में एक ऐसी साजिश का पर्दाफाश हुआ है जिसने पुलिस और जनता दोनों को झकझोर दिया। जिस पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, वही उसकी बेरहम कातिल निकली। अवैध प्रेम और कटर मशीन से की गई दरिंदगी की यह कहानी किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं है।
यह कहानी शुरू होती है संभल के चंदौसी इलाके से, जहां पतरौआ रोड पर एक नाले के पास लावारिस हालत में पड़े कुछ बैग मिलते हैं। जब पुलिस ने उन बैगों को खोला, तो अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। बैगों के अंदर एक इंसानी धड़ और एक कटा हुआ हाथ था। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखकर ही साफ था कि किसी ने बड़ी ही बेरहमी से इस हत्या को अंजाम दिया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह था कि यह लाश किसकी है? आसपास न कोई सिर था और न ही पहचान का कोई दस्तावेज। तभी पुलिस की नजर उस कटी हुई बांह पर पड़ी, जिस पर एक नाम गुदा हुआ था- ‘राहुल’।
पुलिस के लिए यह टैटू ही इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का सबसे बड़ा सुराग बन गया। छानबीन शुरू हुई तो पता चला कि चंदौसी थाने में ही 24 नवंबर को रूबी नाम की एक महिला ने अपने पति राहुल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने तुरंत रूबी को बुलाया और उसे वो कटा हुआ हाथ दिखाया। लेकिन यहाँ एक और ट्विस्ट आया रूबी ने अपने ही पति की लाश पहचानने से साफ इनकार कर दिया। रूबी की आंखों में कोई आंसू नहीं थे, बल्कि एक अजीब सी खामोशी थी। यहीं से पुलिस का शक गहरा गया।
जब पुलिस ने रूबी का मोबाइल फोन खंगाला, तो राज के ऊपर से पर्दा हटने लगा। फोन में राहुल की एक पुरानी तस्वीर मिली, जिसमें वह वही टी-शर्ट पहने हुए था जो मौके से बरामद हुई थी, और उसकी बांह पर वही ‘राहुल’ वाला टैटू भी साफ दिख रहा था। कड़ाई से पूछताछ हुई तो रूबी टूट गई और जो सच उसने उगला, उसने मेरठ के मशहूर ‘मुस्कान केस’ की यादें ताजा कर दीं।
#SPSambhal @Krishan_IPS के कुशल निर्देशन में थाना चन्दौसी पुलिस द्वारा हत्या की घटना का सफल अनावरण कर 01 अभियुक्ता व 01 अभियुक्त को मय आलाकत्ल के साथ किया गिरफ्तार।#UPPolice #GoodWorkUPP pic.twitter.com/GIsNMsCVu8 — SAMBHAL POLICE (@sambhalpolice) December 22, 2025
रूबी ने कबूल किया कि उसका अपने पड़ोसी गौरव के साथ अफेयर चल रहा था। 18 और 19 नवंबर की दरम्यानी रात, जब राहुल घर पर नहीं था, रूबी ने गौरव को बुला लिया। लेकिन अचानक राहुल घर लौट आया और उसने अपनी पत्नी को गैर मर्द के साथ देख लिया। जमकर हंगामा हुआ, मारपीट हुई और राहुल ने रूबी को बदनाम करने की धमकी दी। बस, इसी धमकी ने राहुल की मौत का वारंट लिख दिया।
रूबी और गौरव ने मिलकर राहुल के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर उसे मार डाला। लेकिन सबसे डरावना हिस्सा अभी बाकी था। लाश को ठिकाने लगाने के लिए उन्होंने बाजार से एक इलेक्ट्रिक कटर (ग्राइंडर) मशीन खरीदी। घर के भीतर ही दोनों ने मिलकर राहुल की लाश को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया ताकि उसे आसानी से बाहर ले जाया जा सके। अगले कुछ दिनों तक वे चुपचाप लाश के अंगों को बैगों में भरकर अलग-अलग जगहों पर फेंकते रहे।
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हत्याकांड के छह दिन बाद रूबी खुद पुलिस के पास गई ताकि किसी को उस पर शक न हो। हालांकि, पुलिस ने अब रूबी और गौरव को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा, रॉड और कटर मशीन बरामद कर ली है। संभल पुलिस को अभी भी राहुल का सिर और शरीर के बाकी हिस्से नहीं मिले हैं, जिनके बारे में शक है कि उन्हें गंगा नदी में बहा दिया गया है। यह केस चीख-चीख कर कह रहा है कि कैसे एक अवैध प्रेम संबंध ने हंसते-खेलते घर को श्मशान बना दिया।






