डिजिटल पेमेंट (कांसेप्ट फोटो)
महाकुंभनगर : प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी 2025 से शुरू हो चुका है, जो 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। महाकुंभ हाईटेक भी हो चुका है, इसका डिजिटल बदलाव दर्शाता है कि कैसे पुरानी परंपराओं और आधुनिक तकनीक का मिश्रण एक नई दिशा में काम कर रहा है, और यह यकीनन भारतीय संस्कृति और आस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है।
अब महाकुंभ मेले में शामिल होने वाले 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के लिए फोनपे ने एक खास कैंपेन ‘महाकुंभ का महाशगुन’ शुरू किया गया है। इस कैंपेन के प्रति ग्राहकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए, कंपनी महाकुंभ थीम पर आधारित QR कोड, बैनर, पोस्टर और अन्य ब्रांडिंग टूल्स का उपयोग प्रमुख स्थानों पर कर रही है।
स्मार्ट स्पीकर पर एक स्पेशल मैसेज लॉन्च
इसके अलावा, इस पवित्र आयोजन को और अधिक विशेष बनाने के लिए, फोनपे ने अपने स्मार्ट स्पीकर पर एक स्पेशल मैसेज लॉन्च किया है, जो श्रद्धालुओं को यह शुभकामना देता है- “महाकुंभ की शुभकामनाएं, महा शगुन के साथ।” इस कैंपेन का उद्देश्य है महाकुंभ मेले में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को डिजिटल पेमेंट के प्रति जागरूक करना है।
बताया जा रहा है कि श्रद्धालु बिना नकद के स्टॉल्स या दुकानों पर पेमेंट कर सकें या शगुन दे सकें, क्योंकि फोनपे उस पूरे स्थान पर पेमेंट का एक स्वीकृत माध्यम होगा। इससे डिजिटल पेमेंट को देश में और प्रोत्साहन मिलेगा और करोड़ों भारतीयों के लिए वित्तीय समावेशन को सुनिश्चित करेगा, जो अभी तक डिजिटल भुगतान प्रणाली से जुड़ नहीं पाए हैं। इस कैंपेन के तहत प्रयागराज शहर में पहली बार फोनपे उपयोग करने वाले यूजर अपने पहले लेनदेन पर 144 रुपए के फ्लैट कैशबैक का लाभ उठा सकते हैं। यह ऑफर पूरे मेले में 26 फरवरी, 2025 तक और न्यूनतम 1 रुपये के लेनदेन पर वैध है। इसके लिये अपने आईओएस या एंड्रॉयड डिवाइस पर ऐप डाउनलोड करना होगा। अपने बैंक खाते को लिंक करें और यूपीआई पिन सेट करें। ऐप में लोकेशन परमिशन की अनुमति देना होता। अपने डिवाइस पर लोकेशन सर्विस को ऑन करना न भूलें।
महाकुंभ 2025 की और अधिक खबरों के लिए यहां क्लिक करें
अपने लिंक किए गए UPI खाते का उपयोग करके विभिन्न सेवाओं के लिए आसानी से पेमेंट करें। कैशबैक ऐप पर एक स्क्रैच कार्ड के रूप में दिखेगा।
ऑनलाइन दक्षिणा दे सकेंगे
महाकुंभ में तीर्थ पुरोहित भी हाईटेक हो गये हैं। यदि आप महाकुंभ में स्नान और दर्शन के लिए आ रहे हैं, लेकिन आपके पास घाटों पर बैठे तीर्थ पुरोहितों को देने के लिए नगद दक्षिणा नहीं है, तो कोई बात नहीं! अब आप उनको आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। यह महाकुंभ की बदलती तस्वीर को दर्शाता है, जहां एक समय ऐसा लग रहा था कि ऑनलाइन पेमेंट व्यवस्था केवल डिजिटल दुनिया में ही संभव है, लेकिन आज तीर्थ पुरोहित भी इस सिस्टम का हिस्सा बन चुके हैं।
इतना ही नहीं कई तीर्थ पुरोहितों ने अपनी दुकान पर QR कोड का इंतेज़ाम कर रखा है ताकि, श्रद्धालु ऑनलाइन पेमेंट कर सकें और उन्हें आसानी से दक्षिणा के रूप में राशि भेज सकते हैं। यह व्यवस्था बहुत सरल है। तीर्थ पुरोहितों ने अपने पास फोन पर QR कोड का स्कैनर लगा रखा है, जिससे श्रद्धालु आसानी से अपना ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। यह प्रणाली न केवल सुविधा प्रदान करती है, बल्कि डिजिटल इंडिया की दिशा में एक अहम कदम भी है।