CM योगी और अखिलेश यादव (Image- Social Media)
UP Politics: उत्तर प्रदेश की सियासत में 2027 के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने एक बार फिर 2014 और 2017 में आजमाया हुआ फॉर्मूला अपनाया है। पार्टी ने छोटी-छोटी जातियों को एकजुट कर विपक्ष की जातीय गोलबंदी को तोड़ने की रणनीति के तहत लोध समाज को साधने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए हैं। सपा के पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (PDA) फॉर्मूले को काउंटर करने के लिए भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के सजातीय लोध वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ रानी अवंतिबाई लोधी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस दौरान दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ-साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।
अवंतिबाई लोधी की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया गया। वहीं, रुहेलखंड के आंवला में योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह लोधी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में लोध समाज के तमाम बड़े नेता एक साथ नजर आए। इस दौरान मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अवंतिबाई लोधी की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि लोध समाज को चापलूसी नहीं आती, ये समाज अपने हक के लिए हमेशा एकजुट रहता है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोध समाज की आबादी करीब 5% है, जो OBC श्रेणी में यादवों के बाद दूसरी सबसे बड़ी जातीय उपश्रेणी है। ये समाज बृज क्षेत्र, बुंदेलखंड तथा पूरे यूपी में 69 से 70 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाता है। भाजपा के लिए लोध समाज पारंपरिक वोट बैंक रहा है, और पार्टी ने इस समुदाय को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देकर इसे और मजबूत किया है। पूर्व सीएम कल्याण सिंह जैसे नेताओं ने इस समाज को BJP के साथ जोड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रुहेलखंड के आंवला में आयोजित इस कार्यक्रम में लोध समाज के सभी प्रमुख BJP नेता एक मंच पर इकट्ठा हुए। इस आयोजन में पूर्व सीएम कल्याण सिंह के पुत्र और पूर्व सांसद राजवीर सिंह (राजू भैया), सांसद मुकेश राजपूत, सांसद साक्षी महराज, बुंदेलखंड से MLA बृजभूषण राजपूत, पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत तथा घनश्याम लोधी जैसे दिग्गज शामिल रहे।
यह भी पढ़ें- चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष, ‘वोट चोरी’-एसआईआर पर चढ़ा सियासी पारा
इस दौरान दो बड़े लोध नेता यूपी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह लोधी तथा केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा के नाम BJP के प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में चर्चा में हैं। ये माना जा रहा है कि BJP लोध समाज के किसी प्रभावशाली नेता को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाकर OBC वोट बैंक को और मजबूत करना चाहती है। ये कदम SP के PDA फॉर्मूले को काउंटर करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।