सीपी राधाकृष्णन की कुल नेटवर्थ, (कॉन्सेप्ट फोटो
CP Radhakrishnan Net Worth: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद इस निर्णय की पुष्टि की। यह घोषणा नामांकन की अंतिम तिथि से ठीक पहले हुई है, क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस फैसले के बाद से सीपी राधाकृष्णन के बारे में जानने के लिए लोग गूगल कर रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके पास कुल कितनी प्रॉपर्टी है और वह कितनी संपत्ति की मालिक हैं। आइए सबकुछ विस्तार से जानते हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक, सीपी राधाकृष्णन के पास कुल 67,11,40,166 रुपये की संपत्ति हैं। इसमें नकदी, कृषि भूमि और गैर कृषि भूमि शामिल है। सीपी राधाकृष्णन झारखंड के दसवें राज्यपाल रह चुके हैं। वे भाजपा से जुड़े हैं और कोयंबटूर से दो बार सांसद रह चुके हैं। इसके बाद, उन्होंने 1998 और 1999 में लगातार दो आम चुनाव जीते। सीपी राधाकृष्णन का जन्म 4 मई, 1957 को सी.के. पोन्नुसामी और के. जानकी के घर हुआ था। पत्नी का नाम आर. सुमति है। सीपी राधा कृष्णन एक बेटा और एक बेटी के पिता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भाजपा के 11 सदस्यीय संसदीय बोर्ड ने राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी। यह निर्णय नीतीश कुमार की जदयू और एन. चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) जैसे एनडीए सहयोगियों के साथ साझा किया जाएगा। नड्डा ने राधाकृष्णन की प्रशंसा करते हुए उन्हें “एक ऐसे राजनेता के रूप में देखा जिनका तमिलनाडु में समाज के सभी वर्गों में सम्मान है। उन्होंने सर्वसम्मति से चुनाव की गठबंधन की इच्छा भी व्यक्त की और कहा कि हम चाहते हैं कि अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से हो और हमने विपक्षी नेताओं से संपर्क किया है।
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उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होना है और नामांकन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक खुले रहेंगे। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों के सांसद भारत के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पदाधिकारी के लिए मतदान करेंगे। भाजपा ने अपने सांसदों के लिए 6 सितंबर से 9 सितंबर के बीच कार्यशालाओं का आयोजन किया है ताकि अधिकतम भागीदारी और त्रुटिरहित मतदान सुनिश्चित किया जा सके। एनडीए के सांसदों के भी इसी तरह की गतिविधियों में शामिल होकर जीत सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दर्शाने की उम्मीद है।