
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष और भाजपा नेत्री अपर्णा बिष्ट यादव (फोटो- सोशल मीडिया)
Aparna Yadav Ram vs Allah Scheme Remark: उत्तर प्रदेश के भदोही में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष और भाजपा नेत्री अपर्णा बिष्ट यादव ने अपने बयानों से सियासी पारा चढ़ा दिया है। मंच से हुंकार भरते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर देश में राम के नाम की योजनाएं नहीं होंगी, तो क्या अल्लाह के नाम की चलेंगी? हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी और समाज की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर शस्त्र उठाने की भी बात कह दी। उनके इस तीखे तेवर ने वहां मौजूद भीड़ में जोश भर दिया।
सम्मेलन में मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचीं अपर्णा यादव ने केंद्र सरकार की योजनाओं के नामकरण पर उठ रहे सवालों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा मनरेगा जैसी योजनाओं को भगवान राम से जोड़ने पर वामपंथी विचारधारा के लोग और दिल्ली में बैठे कुछ नेता बेवजह राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी जीवन भर राम का नाम लेते रहे और ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाते रहे। ऐसे में राम के नाम पर आपत्ति जताना किसी भी तरह से उचित नहीं है, क्योंकि राम ही भारत के आदर्श हैं और यह राम युग है।
अपने संबोधन के दौरान अपर्णा यादव ने हिंदू समाज की एकता पर सबसे ज्यादा जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, वो किसी से छिपा नहीं है। वहां आए दिन अत्याचार और हत्या की खबरें आ रही हैं। ऐसे हालात में हमें यह समझना होगा कि एक हिंदू ही है जो पूरे समाज को बचा सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का जिक्र करते हुए कहा कि इन बातों को अब गंभीरता से उतारने का वक्त आ गया है। जब हिंदू समाज एक रहेगा, तभी वह अजेय और सुरक्षित रहेगा, वरना विरोधी ताकतें हमारी कमजोरी का फायदा उठाती रहेंगी।
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अपर्णा ने लोगों से चुनाव आयोग के एसआईआर अभियान में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर आपको कोई भी घुसपैठिया नजर आता है, तो तुरंत पुलिस को खबर दें ताकि उन्हें देश से बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। भाषण के अंत में उन्होंने एक भावनात्मक और कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हिंदू समाज को अब सजग और सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने प्रण लेते हुए कहा कि अगर समाज की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने की जरूरत पड़ी, तो वे इससे भी पीछे नहीं हटेंगी। उनका यह बयान अब चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें वे हिंदुओं को एकजुट होकर अपनी ताकत पहचानने की सलाह दे रही हैं।






