आजम खान से मिले अखिलेश यादव (कॉन्सेप्ट फोटो- सोशल मीडिया)
Akhilesh Yadav and Azam Khan Meeting in Rampur: उत्तर प्रदेश की सियासत का पारा उस वक्त चढ़ गया जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव तमाम अटकलों को दूर करते हुए रामपुर पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान से हुई। यह सिर्फ एक राजनीतिक बैठक नहीं थी, बल्कि लंबे समय से चली आ रही दूरियों को मिटाने की एक भावनात्मक पहल थी। जेल से रिहाई के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है, जिस पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं। यह मुलाकात सपा की एकजुटता और भविष्य की रणनीतियों का एक बड़ा संकेत दे रही है।
सुबह करीब साढ़े 11 बजे लखनऊ से रवाना होने के बाद अखिलेश यादव बरेली एयरपोर्ट होते हुए हेलीकॉप्टर से रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां आजम खान ने खुद आगे बढ़कर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। वह पल देखने लायक था जब आजम ने अखिलेश को गले लगा लिया। इसके बाद दोनों नेता एक ही गाड़ी में बैठकर आजम खान के घर के लिए रवाना हुए। इस दौरान रास्ते में कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम मौजूद था, लेकिन सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और घर के पास बैरिकेडिंग कर दी गई थी।
#WATCH | उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी नेता आजम खान से रामपुर स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। आजम खान को उनके खिलाफ सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया था। pic.twitter.com/7FZqiz7ArT — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 8, 2025
इस मुलाकात से पहले ही आजम खान ने यह साफ कर दिया था कि वह सिर्फ अखिलेश यादव से ही मिलेंगे। उनकी नाराजगी इस कदर थी कि अखिलेश के साथ आए रामपुर के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी को बरेली में ही रुकना पड़ा। आजम खान ने कहा था कि वह रामपुर के सांसद से वाकिफ नहीं हैं। माना जा रहा है कि आजम खान अपने कठिन समय में पार्टी से अपेक्षित सहयोग न मिलने के कारण नाराज थे। 23 सितंबर को जब वह जेल से रिहा हुए थे, तब अखिलेश के न पहुंचने पर उन्होंने तंज भी कसा था।
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आजम खान के घर पर दोनों नेताओं की मुलाकात बंद कमरे में हुई, जिसमें किसी तीसरे व्यक्ति को शामिल नहीं किया गया। यहां तक कि आजम खान के परिवार के सदस्य, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम भी इस बैठक का हिस्सा नहीं थे। घर के अंदर जब भविष्य की सियासत पर मंथन चल रहा था, तब बाहर भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता अपने नेताओं की एक झलक पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। करीब एक घंटे तक चली इस मुलाकात के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच के गिले-शिकवे दूर हो गए हैं।