माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना है बेहद महंगा, जानें एक व्यक्ति को कितना करना होगा खर्च
Mount Everest: पर्वत और पहाड़ ज्यादातर लोगों को पसंद आते हैं जिसकी ऊंचाई से आप पूरे इलाके को देख सकते हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के बारे में सभी ने सुना होगा। जहां पर चढ़ाई करने का सपना कई लोगों ने देखा भी होगा। लेकिन यह काम इतना आसान नहीं है। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत और पैसों की जरूरत होगी। बता दें कि नेपाल में विश्व के 14 सबसे ऊंचे पर्वतों में से आठ स्थित हैं, जिनमें एवरेस्ट भी शामिल है। अगर आप इस पर चढ़ाई करना चाहते हैं तो इसके लिए नेपाल सरकार परमिट जारी करती है। आइए, जानते हैं इस बार में-
नेपाल सरकार ने सिंतबर 2025 से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वालों के लिए परमिट शुल्क बढ़ा दिया है। ऐसा एक दशक में पहली बार हुआ है जब परमिट शुल्क में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस शुल्क बढ़ाने के फैसले के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक हैं। इसका उद्देश्य एवरेस्ट अभियान का एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना है। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पीक सीजन के दौरान दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत पर चढ़ने की चाहत रखने वालों को 15,000 डॉलर यानी 12,94500 रुपए का भुगतान करना होगा, जो कि 11,000 डॉलर (949300 रुपए) की पुरानी फीस से 36% अधिक है।
अप्रैल से मई की अवधि के बाहर चढ़ाई करने के इच्छुक लोगों के लिए शुल्क में भी उसी प्रतिशत की वृद्धि होगी, जिसका अर्थ है कि सितंबर से नवंबर के दौरान इसकी लागत $7,500 होगी और दिसंबर से फरवरी के दौरान $3,750 होगी। पर्वतारोहण विशेषज्ञ अक्सर नेपाल सरकार की आलोचना करते हैं कि वह एवरेस्ट पर बहुत अधिक पर्वतारोहियों को अनुमति दे रही है, जबकि प्रति वर्ष इस पर्वत पर लगभग 300 परमिट जारी किए जाते हैं।
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दुनिया का सबसे कठिन पहाड़ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना बहुत ही कठिन काम है। यहां पर तापमान अप्रत्याशित रहता है जिसकी वजह से चढ़ाई करने पर मानसिक और शारीरिक तरह की समस्या हो सकती हैं। जैसे जैसे माउंट एवरेस्ट पर ऊपर चढ़ते हैं वैसे वैसे वहां पर ऑक्सीजन की कमी होने लगती है जिसकी वजह से आदमी बीमार भी पड़ सकता है। साथ ही यहां पर कभी भी अचानक से तूफान आ जाता है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कई हफ्ते की प्रक्रिया होती है जिसके कारण लोगों को भारी वजन लेकर चलना पड़ता है।