भूमिहीन किसानों के नाम पर कर्ज ले लाखों की ठगी (सौजन्य-नवभारत)
Chandrapur News: चंद्रपुर जिले के जिवती तहसील के कई गांवों के गरीब, निर्धन और भूमिहीन किसानों के नाम के जाली दस्तावेज तैयार कर फसल ऋण उठाकर किसानों को ठगने का गंभीर मामला सामने आया है। इस संदर्भ में फिलहाल 65 किसानों के मामले सामने आए है। प्रत्येक किसान के नाम पर जाली 7/12 प्रमाणपत्र बनाकर बैंक के तथाकथित अधिकारियों द्वारा 1 लाख 70 हजार का फसल ऋण मंजूर कर संबंधित किसानों को महज 10 से 15 हजार रुपये थमाकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने नाम पर कृषि कर्ज उठाने की बात गरीब, आदिवासी किसानों को उस वक्त पता चली जब उन्हें बैंक की ओर से बकाया कर्ज राशि जमा करने संबंधी नोटिस प्राप्त हुए। पूर्व मंत्री शोभा फडणवीस तथा पूर्व विधायक एड। संजय धोटे ने धोखाधड़ी के इस मामले का पर्दाफाश किया।
मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि, गरीब, निर्धन तथा भूमिहीन किसानों के नाम जमीन दिखाते हुए उनके नाम से जाली 7/12 प्रमाणपत्र तैयार कर यह जालसाजी की गई है। समूचे जिवती तहसील में फर्जी ऋण के यह मामले विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक द्वारा किये जाने की बात उजागर हुई है। यह सभीं फर्जी ऋण के मामले आवेदन से लेकर मंजूर करने और रकम विड्राल करने की सारी प्रक्रिया एक ही दिन में पूर्ण की गई है।
गरीब आदिवासियों को सरकारी योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर उनसे आधार कार्ड और पासपोर्ट फ़ोटो लिए गए और उनके नाम पर फसल ऋण मंजूर कर लिया गया।यह भी उल्लेखनीय है कि, यह ऋण मंजूर करने के लिए बैंक के अधिकारियों की मदद से जाली प्रमाणपत्र तैयार किए गए, भूमिहीन किसानों के नाम पर खेत जमीन दर्शायी गयी, सभीं किसानों के बैंक में खाते खोले गए साथ ही इन किसानों के विड्राल फॉर्म पर हस्ताक्षर भी लिए गए।
खाते में रकम जमा होते ही रकम को विड्राल फॉर्म के जरिये निकाल भी लिया गया। इसके एवज में किसानों के हाथ में महज 10 से 15 हजार की रकम सौंपी गई, शेष रकम गबन की गई। फडणवीस ने बताया कि, यह जालसाजी जिवती तहसील के धनकदेवी,मारूतिगुड़ा, निजाम गोंदी, चिखली, पाटन आदि गांवों के किसानों के साथ एकसाथ ही की गई है।
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इस धोखाधड़ी के शिकार किसानों ने धोखाधड़ी की सूचना पूर्व विधायक संजय धोटे को दी है। फिलहाल इस मामले में सभी पीड़ित किसानों की तरफ से कोरपना, जिवती और गड़चांदुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है, इस मामले में पुलिस द्वारा फिलहाल विनायक राठौड़ नामक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, यह आरोपी जिवती तहसील के ग्राम सारंगापुरा का निवासी है। किसानों का आरोप है कि, इसी आरोपी ने उनसे सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर आधार कार्ड, पासपोर्ट फ़ोटो और विड्राल फॉर्म पर हस्ताक्षर लिए थे।