पावेल ड्यूरोव (सौ. इंस्टाग्राम)
Telegram. टेलीग्राम की मुश्किल है बढ़ चुकी है। जिसके बाद यह पापुलर अप खबरों का हिस्सा बन गया है। जिसमें CEO पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार इसकी जांच में लग चुकी है। सरकारी जानना चाहती है कि इस ऐप के माध्यम से किस तरह की क्रिमिनल एक्टिविटीज को अंजाम दिया जाता था। जिसके अंदर एक्सटॉर्शन और गैंबलिंग आदि काफी मामला शामिल है। यह पूरी जानकारी मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से हम तक पहुंची है। रिपोर्ट के माध्यम से दावा किया गया है कि अगर किसी भी तरीके से की अप दोषी पाया जाता है तो इस पर बैंक भी लग सकता है।
इसके साथ ही जांच की जानकारी दे तो भारत में रिचार्ज गृह मंत्रालय और मिनिस्ट्री आफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के तहत हो रही है। जिसके अंदर एजेंसी इंडियन साइबर क्राइम कॉरपोरेशन सेंटर 14c शुरू कर सकती है। इसके साथ ही आपको बता दे की टेलीग्राम के भारत में करीब 5 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स है। जो लगातार इसका इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में साफ तौर पर पता चलता है कि इसका इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है।
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इसके साथ ही बता दे की रिपोर्ट के माध्यम से अब तक की जानकारी में पता चला है कि भारत सरकार की जांच का फोकस टेलीग्राम की p2p कम्युनिकेशन पर होगा। जिसके अंदर गैरकानूनी एक्टिविटीज पर ध्यान दिया जाएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है की कोई भी फाइनल डिसीजन रिपोर्ट की जांच के बाद ही लिया जाएगा।
इसके साथ ही आपको बता दे की टेलीग्राम के सीईओ और फाउंडर पावेल ड्यूरोव को शनिवार रात गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तार को बॉर्गेट एयरपोर्ट पर किया गया। जिसके बाद पूरे दुनिया में इस खबर ने सबको हैरान कर दिया। ऐसे में अब तक एलन मस्क समित कई और CEO ने अपना रिएक्शन दिया है।
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वही सबके मन में अब यह ख्याल आ रहा होगा कि टेलीग्राम के सीईओ और फाउंडर को किस कारण से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस चार्ज में बताया गया है कि टेलीग्राम पर मॉडरेटर की कमी देखी गई और पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि मॉडरेटर की कमी ने मैसेंजर एप पर आपराधी गतिविधियों को काफी बढ़ा दिया है। जिसकी कोई रोकथाम नहीं हो रही।