पुणे: महाराष्ट्र (Maharahstra) की राजनीति में से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। इस बात की प्रबल संभावना है कि छत्रपति संभाजीराजे (Chatrapati Sambhajiraje) एक स्वतंत्र पार्टी बनाकर कुछ ही दिनों में राजनीति में प्रवेश करेंगे। कुछ महीने पहले संभाजी राजे (Chatrapati Sambhajiraje) ने स्वराज्य संगठन के माध्यम से पूरे राज्य में संगठन को संगठित करना शुरू किया। इस संगठन के कई उम्मीदवारों ने ग्राम पंचायत चुनाव में जीत हासिल की। जल्द ही संभाजी राज द्वारा विजयी प्रत्याशियों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस समारोह में संभाजी राजे कोई बड़ी घोषणा कर सके हैं।
पिछले दो दशकों से छत्रपति संभाजी राजे (Chatrapati Sambhajiraje) का कोल्हापुर की राजनीति में खासा दबदबा है। उन्होंने मराठा आरक्षण के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वराज्य संगठन की एक बैठक अगले सप्ताह पुणे में आयोजित की गई है। राज्य में कल हुए ग्राम पंचायत चुनाव में स्वराज्य संगठन के 13 सरपंच और 89 सदस्य चुने गए। इसी सभा में संभाजी राजे नए सदस्यों का अभिनंदन करेंगे और एक बड़ी घोषणा करेंगे।
संभाजी राजे (Chatrapati Sambhajiraje) को 2016 में भाजपा द्वारा नामित किया गया था। इसके बाद उन्होंने मई 2022 में राज्यसभा चुनाव में एक बार फिर निर्दलीय समर्थन देने पर जोर दिया। ठाकरे गुट ने इसका समर्थन नहीं किया और एनसीपी ने भी सतर्क रुख अपनाया। इसलिए संभाजी राजे चुनाव से हट गए। इसी समय संभाजी राजे ने स्वराज्य संगठन की स्थापना की। वे सभी पार्टियों से अलग रहने की कोशिश करते हैं। मराठा समुदाय के मजबूत समर्थन वाले छत्रपति संभाजी राजे ने बार-बार यह कहने की कोशिश की है कि वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं, भले ही वह भाजपा प्रायोजित राज्यसभा सदस्य हैं।