मैरीकॉम (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः भारतीय ओलंपिक संघ के खिलाड़ी आयोग की अध्यक्ष और महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने मंगलवार को अपने इस्तीफे की खबर का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत समझा गया और वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगी। लंदन ओलंपिक 2012 कांस्य पदक विजेता मणिपुर की 42 वर्ष की इस मुक्केबाज ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में हलद्वानी में एक ‘खराब होटल’ में ठहराये जाने पर नाराजगी जताई थी।
मैरीकॉम ने पीटीआई से कहा कि उनकी नाराजगी को इस्तीफा मान लिया गया। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया है। मैं अपना कार्यकाल (2026 के अंत तक) पूरा करूंगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपने साथी सदस्यों (खिलाड़ियों के आयोग में) से इतना ही कह रही थी कि आगे से ऐसा हुआ तो मैं इस्तीफा दे सकती हूं।
मैरीकॉम ने कहा कि मैंने यह कभी नहीं कहा कि मैं इस्तीफा दे रही हूं। आईओए मेरा परिवार है और अगर मैं किसी बात को लेकर नाराज हूं तो मुझे उसे व्यक्त करने का पूरा अधिकार है। मैरीकॉम को 2022 में पैनल में चुना गया था, जिसमें टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल उपाध्यक्ष हैं। आयोग में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू, पूर्व शॉटपुट खिलाड़ी ओम प्रकाश करहाना, शीतकालीन ओलंपियन शिवा केशवन, लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग, नौकायन खिलाड़ी बजरंग लाल ताखड़, तलवारबाज भवानी देवी, पूर्व हॉकी कप्तान रानी रामपाल और तोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू हैं।
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मैरी कॉम ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि जब भी मैं किसी मामले पर आवाज उठाती हूं तो उसे इस तरह लिया जाता है। मेरे साथी कई खिलाड़ी कई मसलों पर बोलते हैं, लेकिन उन्हें कोई गलत नहीं समझता। उन्होंने कहा कि मुझे राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में खराब होटल में रखा जबकि बेहतर होटल उपलब्ध था। अगर दूसरों को उसमें रखा जा सकता था तो मुझे क्यों नहीं। मैने यही सवाल किया था उन्होंने कहा कि बाद में मुझे पता चला कि लोग कह रहे हैं कि मैने इस्तीफा दे दिया। कहां है इस्तीफा। क्या किसी ने देखा है। यह पूछने पर कि क्या उन्होंने आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से इस पर बात की है, उन्होंने कहा कि मैं नहीं कर पाई क्योंकि मेरा फोन खो गया है। मैं उनसे बात करूंगी। मेरा उनके साथ अच्छा संवाद है।