दिव्या देशमुख और पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो- सोशल मीडिया)
सोशल मीडिया में 19 जून हर कोई दिव्या देशमुख की चर्चा कर रहा है। इसके पीछे की वजह उनका वर्ल्ड ब्लिट्स टीम चेस चैंपियनशिप में चीन के दिग्गज खिलाड़ी हाउ यिफान को हराना है। भारत की युवा शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख के इस कारनामे के बाद पूरे देश खुशी की लहर दौड़ गई है। वर्ल्ड ब्लिट्स टीम चेस चैंपियनशिप में उन्होंने चीन के नंबर एक खिलाड़ी हाउ यिफान को करारी शिकस्त दी।
हालांकि चीनी खिलाड़ी ने उन्हें सेमीफाइनल में हराया था, लेकिन 19 वर्षीय दिव्या ने दूसरे मुकाबले में बेहतरीन वापसी की। इस दौरान सफेद मोहरों से खेलते हुए उन्होंने शुरुआत से ही विरोधी खिलाड़ी पर दवाब बनाए रखा। वहीं, ब्लिट्स चेस में युवा भारतीय खिलाड़ी ने टाइम को सही मैनेज किया। यही कारण रहा कि वो चीनी दिग्गज को हराने में कामयाब रही।
दिव्या की इस ऐतिहासिक जीत के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुशी में झूम गए। उन्होंने दिव्या को जीत की बधाई देते हुए उनके भविष्य को लेकर शुभमकामनाएं दी। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि “वर्ल्ड टीम ब्लिट्स चैंपियनशिप, लंदन के ब्लिट्ज सेमीफाइनल के दूसरे लेग में वर्ल्ड नंबर 1 हाउ यिफान को हराने पर दिव्या देशमुख को बधाई। उनकी सफलता उनकी हिम्मत और दृढ़ संकल्प को दिखाती है। यह कई आने वाले शतरंज खिलाड़ियों को भी प्रेरित करती है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”
Congratulations to Divya Deshmukh on defeating the World No. 1, Hou Yifan in the 2nd leg of Blitz semifinal at the World Team Blitz Championships, London. Her success highlights her grit and determination. It also inspires many upcoming chess players. Best wishes for her future… pic.twitter.com/mjdWO0llFT — Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2025
दिव्या देशमुख 19 साल की हौनहार चेस खिलाड़ी हैं। उनका जन्म 9 दिसंबर 2005 को नागपुर में हुआ था। पेशे से उनके माता-पिता डॉक्टर हैं। उनके माता का नाम नम्रता व पिता का नाम जितेंद्र बताया जा रहा है। भारत की स्टार शतरंज खिलाड़ी दिव्या ने महज पांच साल की उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था।
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जिसके बाद उन्होंने 2012 में अंडर-7 नेशनल चैंपियनशिप जीती। इस वक्त उनकी उम्र सात साल थी। इसके बाद अंडर-10 डरबन- 2014, अंडर 12 ब्राजील कैटगरी में वर्ल्ड यूथ का टाइटल अपने नाम किया।