नासिक ऑनलाइन फ्रॉड (pic credit; social media)
50 lakh Fraud in Nashik: ऑनलाइन फ्रॉड का जाल दिन-ब-दिन और खतरनाक होता जा रहा है। अब नाशिक शहर के द्वारकानगर में रहने वाले एक आम नागरिक 50 लाख रुपये से ज्यादा की साइबर ठगी का शिकार हो गए। महेश भीमराव शेरकर (40), निवासी गुरुदत्त रेजिडेंसी, समर्थ चौक, द्वारकानगर, सिन्नर ने सोचा भी नहीं था कि मोबाइल पर छोटे-छोटे टास्क पूरे करते हुए उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी जमा-पूंजी लुट जाएगी।
मामला टेलीग्राम ग्रुप और एक फर्जी वेबसाइट यूनिलॉगसाइनअप डॉट कॉम से जुड़ा है। शेरकर को पहले छोटे-छोटे टास्क दिए गए, जिसमें कुछ प्रॉडक्ट्स को लाइक करने के लिए कहा गया। काम पूरा करने के बाद उनके बैंक अकाउंट में थोड़ी-सी रकम भी ट्रांसफर की गई। इससे भरोसा जम गया। धीरे-धीरे उन्हें बड़े टास्क दिए गए और कहा गया कि ज्यादा पैसे कमाने हैं तो ‘सिक्योरिटी डिपॉजिट’ यानी सुरक्षा राशि जमा करनी होगी।
यही चाल सबसे खतरनाक साबित हुई। किस्तों में शेरकर से कुल 50 लाख 33 हजार 642 रुपये जमा करा लिए गए। वादे के मुताबिक पैसे वापस तो मिलने थे, लेकिन जब उन्होंने वेबसाइट पर टास्क पूरा करने के बाद रकम निकालनी चाही तो अकाउंट फ्रीज हो गया और हर बार ट्रांजैक्शन फेल हो गया। तभी उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ बहुत बड़ी ठगी हो चुकी है।
हैरानी की बात यह है कि पिछले महीने भी सिन्नर में ही एक व्यापारी के साथ करीब 65 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई थी। यानी साइबर ठग लगातार नए-नए हथकंडों से मासूम लोगों को फंसा रहे हैं और करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे हैं।
इस घटना की शिकायत साइबर क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई गई है। फिलहाल पुलिस निरीक्षक नागेश मोहिते इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि किसी भी तरह के लालच में आकर ऑनलाइन टास्क, इन्वेस्टमेंट या गिफ्ट ऑफर जैसी लिंक पर भरोसा न करें।
एक आम नागरिक की 50 लाख की मेहनत की कमाई लुटने की यह घटना सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि चेतावनी है। डिजिटल दौर में क्लिक भर से जिंदगी की पूरी पूंजी दांव पर लग सकती है। सतर्क रहना ही अब सबसे बड़ी सुरक्षा है।