रोहित शर्मा (फोटो-सोशल मीडिया)
Rohit Sharma on Test Cricket: भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। रोहित के बाद विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अब टेस्ट से संन्यास लेने के बाद रोहित शर्मा ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट का चुनौतीपूर्ण और थका देने वाला है।
रोहित शर्मा ने मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। 38 वर्षीय बल्लेबाज ने 67 टेस्ट मैच में 40.58 की औसत से 4301 रन बनाए। उन्होंने इससे एक साल पहले टी20 विश्व कप जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया था। अब रोहित शर्मा सिर्फ वनडे क्रिकेट में खेलते दिखाई देंगे।
टेस्ट क्रिकेट के बारे में बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा यह फॉर्मेट चुनौतीपूर्ण और थका देने वाला है लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी पर ध्यान देकर खुद को टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार किया।
रोहित ने यहां एक CEAT के एक इवेंट के दौरान कहा कि यह ऐसी चीज है जिसके लिए आपको तैयारी करनी होती है, क्योंकि इस खेल में आपको लंबे समय तक मैदान पर रहना होता है विशेष कर टेस्ट क्रिकेट में, जिसमें आपको पांच दिन तक खेलना होता है। मानसिक रूप से यह बहुत चुनौतीपूर्ण होता है और थका देने वाला भी खेल है। लेकिन सभी क्रिकेटर प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हुए ही बड़े हुए हैं।
Rohit Sharma on test Cricket : "Test Cricket is mentally very challenging and draining"
Rohit Sharma's full speech from today's event of CEATtyres.❤️ pic.twitter.com/FG9Vz0Bvi5
— 𝐑𝐮𝐬𝐡𝐢𝐢𝐢⁴⁵ (@rushiii_12) August 25, 2025
उन्होंने कहा कि जब हम प्रतिस्पर्धी स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, यहां तक कि मुंबई में भी क्लब क्रिकेट के (मैच) दो दिन (या) तीन दिन तक चलते हैं, इस तरह से हम छोटी उम्र से ही इसके लिए तैयार रहते हैं। इससे आपके सामने आने वाली परिस्थितियों का सामना करना थोड़ा आसान हो जाता है।
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रोहित ने कहा कि सभी युवा खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत में अच्छी तैयारी के महत्व को नहीं समझते हैं, लेकिन वे धीरे-धीरे इसका महत्व समझने लगते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप बहुत छोटे होते हैं, तो आप तैयारी के महत्व को नहीं समझते। लेकिन जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, आपको समझ आता है कि यह आपको एक प्रकार का अनुशासन देता है जिसकी खेल में मांग होती है, इसलिए इसकी शुरुआत तैयारी से होती है, यह समझने से कि आपको वास्तव में क्या करने की जरूरत है।
रोहित ने कहा कि जब आप सबसे लंबे प्रारूप में खेल रहे होते हैं तो इसमें काफी कुछ करना पड़ता है और एकाग्रता ही सबसे महत्वपूर्ण चीज है, क्योंकि आप बहुत अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होते हैं और उसके लिए मानसिक रूप से तरोताजा होना जरूरी है। बहुत सारा काम पर्दे के पीछे से शुरू होता है। जैसा कि मैंने कहा, तैयारी में। आप मैदान पर लंबे समय तक टिके रहने के लिए खुद को तैयार करते हैं।
रोहित ने कहा कि उनके लिए भी यह कोई अलग बात नहीं रही और समय के साथ उन्होंने खुद को तैयार करने के लिए अभ्यास को अधिक समय देना शुरू कर दिया। मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ, जब मैंने मुंबई के लिए खेलना शुरू किया और फिर भारत के लिए खेलने लगा। मेरा ध्यान और समय इस बात पर केंद्रित था कि मैं मैच से पहले कैसे तैयारी करता हूं। (भाषा इनपुट के साथ)