
मार्को यान्सन (फोटो- सोशल मीडिया)
India vs South Africa 2nd Test Match: साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर मार्को यान्सन ने दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन गुवाहाटी में भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने पहली पारी में 19.5 ओवर में 48 रन देकर छह विकेट चटकाए और भारत को 201 रन पर समेट दिया। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे, जिससे उन्हें 288 रन की विशाल बढ़त मिली। इसके बावजूद मेहमान टीम ने भारत को फॉलोऑन नहीं देने का फैसला किया और दूसरी पारी में खुद बल्लेबाजी चुनी। यान्सेन की घातक गेंदबाजी के बाद भारत के सामने हार का खतरा और बढ़ गया है।
मार्को यान्सन ने केवल गेंदबाजी में कमाल नहीं किया बल्कि पहली पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी भी की। उन्होंने 91 गेंदों पर 93 रन की तेज पारी खेलकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। खास बात यह है कि भारत की सरजमीं पर 25 साल बाद किसी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने टेस्ट मैच में फाइफर के साथ 50+ रन बनाए हैं। इससे पहले यह उपलब्धि निकी बोजे ने 2000 में हासिल की थी। 21वीं सदी में भारत में यह कारनामा करने वाले खिलाड़ियों की सूची में यान्सेन तीसरे विदेशी खिलाड़ी बने हैं। उनसे पहले बोजे और वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर (हैदराबाद, 2018) ऐसा कर चुके हैं।
1988 के बाद यान्सेन भारत में टेस्ट फाइफर लेने वाले तीसरे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बने हैं। उनसे पहले भारत के जहीर खान (तीन बार) और ऑस्ट्रेलिया के मिचेल जॉनसन (2010) ने ऐसा किया था।
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भारत की पारी एक समय 1 विकेट पर 95 रन थी, लेकिन यान्सेन की शॉर्ट पिच गेंदबाजी और सटीक लाइन-लेंथ ने पूरी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। अगले 27 रन जोड़ने में टीम ने छह विकेट गंवा दिए। यशस्वी जायसवाल ने 58 रन बनाए, जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने 48 रन की जुझारू पारी खेली। ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज गलत शॉट खेलकर विकेट गंवाते नजर आए। यान्सेन के इस ऑलराउंड प्रदर्शन से भारत पर दबाव बढ़ चुका है और मैच साउथ अफ्रीका की मजबूत पकड़ में आ गया है।






