
देवांग गांधी (सोर्स-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: भारत के ऐसे कई क्रिकेटर्स हैं जो गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गए हैं। जिनके बारे में बड़े से बड़े क्रिकेट प्रेमियों का कोई जानकारी भी नहीं है। खासकर युवाओं को तो पुराने खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं मालूम होता है। क्योंकि उनका जिक्र होना ही बंद हो गया है। आज हम एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें आज का युवा शायद ही जानता हो। भारतीय टीम के लिए भले ही उसने महज सात मैच खेलें हों लेकिन उसका जिक्र करना लाजमी है। हम बात कर रहे हैं देवांग गांधी की, जिनका आज यानी 6 सितंबर को जन्मदिन है।
देवांग गांधी आज यानी शुक्रवार 6 सितंबर को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका क्रिकेट करियर ऐसा था जैसे फिल्म ‘आनंद’ में राजेश खन्ना की जिंदगी। जिस तरह से राजेश खन्ना ने फिल्म में डायलॉग मारा था कि ‘जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए बाबूमोशाय’। ठीक वैसा ही कुछ देवांग के साथ हुआ है।
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भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी देवांग गांधी अक्सर घरेलू क्रिकेट में कमाल दिखाया करते थे। घरेलू क्रिकेट में शानदार खेल दिखाने की वजह से उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली थी। लेकिन, वह केवल भारत की सरजमीं पर ही धमाल मचा पा रहे थे। विदेशी जमीन पर उनका प्रदर्शन काफी फीका पड़ रहा था। जिसकी वजह से वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर फेल हुए और फिर टीम में कभी वापसी नहीं कर पाए।
देवांग ने अपने पहले दो टेस्ट में दो फिफ्टी लगाई और ओपनिंग में शतकीय साझेदारियां की। लेकिन फिर 1999-2000 में वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए, जहां उनका खेल बिगड़ गया। उन्हें एक ही टेस्ट मिला और इसमें वे चार रन बना पाए। ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिच पर देवांग खुद के खेल को संभाल नहीं पाए। इस दौरे पर दो वनडे भी उन्होंने खेले लेकिन केवल 13 रन ही बना पाए। जिसकी वजह से वह टीम इंडिया से बाहर हो गए हैं और फिर कभी दोबारा टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए।
देवांग के करियर पर नजर डाले तो उन्होंने केवल भारत के लिए चार टेस्ट मैच खेले हैं। जहां उन्होंने 34 की औसत से 204 रन बनाए। वहीं तीन वनडे में 16.33 की औसत से उनके नाम 49 रन है।
वहीं देवांग गांधी के घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन को देखे तो वो काफी शानदार रहा है। वह भारत की जमीन पर कमाल के खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने बंगाल के लिए 95 फर्स्ट क्लास मैचों में 42.73 की औसत से 6111 रन अपने नाम किए हैं। इस दौरान उन्होंने 16 शतक और 27 अर्धशतक जड़े थे। जबकि 98 लिस्ट ए मैच में उन्होंने नौ शतक और 16 अर्धशतक जड़कर 3402 रन बनाए थे।
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