सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति मिनी पुष्करन ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि अब खेल सिर्फ खेल नहीं रह गया है, बल्कि इसमें राजनीति शामिल हो गई है। उन्होंने साफ कहा कि इस मामले की सुनवाई वह टुकड़ों में नहीं, बल्कि एक बार में पूरी करेंगी। उन्होंने बीएफआई को 21 अगस्त को चुनाव कराने की इजाजत दी, लेकिन यह भी साफ कर दिया कि अगर चुनाव की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी या गैरकानूनी काम पाया गया, तो कोर्ट उस पर सख्त कार्रवाई करेगी और जरूरी आदेश देगी।