वैभव सूर्यवंशी का चला तूफानी बल्ला (सौ. डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, सूर्यवंशी बड़े प्रतापी होते हैं. सूर्यवंश में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न हुए. उनके पूर्वज इक्ष्वाकु, हरिश्चंद्र, सगर, अंशुमान, भगीरथ, रघु, दिलीप, अज और दशरथ थे. सूर्यवंशी राजा दशरथ इतने कुशल योद्धा थे कि देवताओं ने देवासुर संग्राम में उनकी मदद ली थी. तब दशरथ के साथ उनकी वीरांगना रानी कैकयी भी युद्ध भूमि में गई थीं. दशरथ के रथ के पहिए को निकलने से रोकने के लिए कैकयी ने उसकी धुरी में अपनी उंगली फंसा दी थी।
तभी अपनी प्राणरक्षा करनेवाली इस रानी को दशरथ ने कभी भी 3 वरदान मांग लेने को कहा था. आगे की रामायण आपको मालूम है.’ हमने कहा, ‘आज आपने सूर्यवंशी का स्मरण क्यों किया? क्या आप टीवी चैनल पर बार-बार दिखाई जानेवाली अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘सूर्यवंशम’ देखकर आए हैं? सूर्यवंश के अलावा आप चंद्रवंश की भी चर्चा कर सकते हैं जिसमें भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।’
पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, फिलहाल हमें सूर्यवंश का शौर्य और अतुल पराक्रम इस कलियुग में देखने को मिला है. सिर्फ 14 वर्ष और 32 दिन आयु के वंडर ब्वाय वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए सिर्फ 35 गेंदों में सेंचुरी बना डाली. उसके इस तूफानी शतक में 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे। वैभव सूर्यवंशी की आतिशी बल्लेबाजी देखकर प्रतिद्वंद्वी टीम गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी हक्के-बक्के रह गए।वैसे तो गुजरात की ओर से शुभमन गिल ने 50 गेंदों में 84 रन बनाए लेकिन इस मैच का असली हीरो 14 साल का बच्चा वैभव सूर्यवंशी रहा।
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राजस्थान रायल्स के हेड कोच राहुल द्रविड़ भी वैभव का खेल देखकर चकित रह गए और उन्होंने खड़े होकर ताली बजाई.’ हमने कहा, ‘क्रिकेट में कभी-कभी ऐसे चमत्कार देखने को मिलते हैं. याद कीजिए कि 15 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने उतरे थे। तब इमरान खान, वसीम अकरम जैसे तेज गेंदबाजों ने उन्हें छोटे कद का नादान बच्चा समझा था। उन्होंने बंपर फेंके लेकिन सचिन ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तानी गेंदबाजों का घमंड चूर-चूर कर दिया था। अब मान कर चलिए कि वैभव के रूप में नया सचिन सामने आया और इतिहास ने खुद को दोहराया. वैभव सूर्यवंशी के खेल में सौर ऊर्जा या सोलर एनर्जी है. वह बच्चा नहीं तूफान है, अपने देश की शान है।’