हिमंता बिस्वा सरमा (फोटो-सोशल मीडिया)
गुहावटीः असम पंचायत चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने बड़ी जीत दर्ज की है। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (एजीपी) ने 300 जिला परिषद सीटें और 1436 आंचलिक पंचायत सीटें जीती हैं। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को गुवाहाटी में राज्य भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्ट एजीपी ने राज्य में कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में टीम एनडीए ने 2025 के असम पंचायत चुनावों में शानदार जीत हासिल की है। लोगों का जनादेश हमारे कल्याणकारी शासन का शानदार समर्थन और 2026 की ओर बढ़ते हमारे विश्वास का एक मजबूत प्रदर्शन है।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका
बता दें कि भाजपा की निकाय चुनाव में बंपर जीत कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि असम में पिछले विधानसभा चुनाव बहुमत से ज्यादा पीछे नहीं थी। 2021 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। कांग्रेस को उम्मीद थी कि अगामी विधानसबा चुनाव 2026 में भाजपा से सत्ता छीन लेंगे, लेकिन निकाय चुनावों ने कांग्रेस की उम्मीदों को झटका दिया है। निकाय चुनाव को विधानसभा चुनाव से सेमीफाइनल माना जा रहा था। अब इस चुनाव के बाद भाजपा पूरे जोश के साथ विधानसभा चुनाव में उतरेगी।
कांग्रेस की हालात खराब
डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि एनडीए को जिला परिषद में 76.22 प्रतिशत और आंचलिक पंचायत में 66 प्रतिशत वोट मिले हैं। आंचलिक पंचायत में भाजपा ने 1265 सीटें और एजीपी ने 171 सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने जिला परिषद की 72 सीटें जीती हैं, और यह केवल 18 प्रतिशत है। कांग्रेस ने आंचलिक पंचायत की 21 प्रतिशत सीटें जीती हैं। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी ने आंचलिक पंचायत की 66 प्रतिशत सीटें जीती हैं। उन्होंने आगे कहा कि असम पंचायत चुनाव के नतीजे असम में स्पष्ट रूप से सत्ता समर्थक लहर का संकेत देते हैं।
मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों ने कांग्रेस की इज्जत बचाई
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, “2018 की तुलना में, हमने सीट और वोट शेयर में 26 प्रतिशत से अधिक की व्यापक वृद्धि देखी है। ये परिणाम 2026 के चुनावों से एक साल पहले और 2024 के लोकसभा चुनावों में असाधारण प्रदर्शन के एक साल बाद आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों को छोड़कर, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने राज्य के हिंदू बहुल क्षेत्रों में जिला परिषद की लगभग 100 प्रतिशत सीटें जीती हैं।