महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों ने जमकर प्रचार किया है। साथ ही वोट अपनी ओर करने के लिए मतदाताओं से कई वादे किए और आश्वासन भी दिए गए। ऐसे में इस बार जनता किसका साथ देगी और किसे हताश करेगी, ये तो चुनाव रिजल्ट के दिन ही पता चलेगा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (फोटो- ANI/सोशल मीडिया)
पश्चिम महाराष्ट्र के सोलापुर, सांगली, सातारा और कोल्हापुर ये चार कृषि जिले हैं। अब तक यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस, भाजपा, कांग्रेस और शिवसेना के बीच कड़ा मुकाबला होता आया है।
पिछले दो विधानसभा चुनावों में इन जिलों के अंतर्गत आने वाले 37 विधानसभा सीटों पर अविभाजित NCP का दबदबा रहा है।
हालांकि, इस साल के विधानसभा चुनाव में गठबंधन का दौर चल रहा है। अब महाविकास अघाड़ी और महायुति इन दो गठबंधनों में से कौन बाजी मार जाएगा, ये देखना काफी दिलचस्प होने वाला है।
महाविकास अघाड़ी का मजबूत पक्ष- इससे पहले राष्ट्रवादी और कांग्रेस इन दोनों पक्षों ने यहां 50 फीसदी से भी ज्यादा सीटें जीती हैं। साथ ही रोजगार और फसलों को अच्छे दाम न मिलने से महायुति के लिए जनता में नाराजगी है।
महायुति का मजबूत पक्ष- महिलाओं पर लाड़ली बहना योजना का प्रभाव है। कुछ जगहों पर सड़क जैसी बुनियादी सुविधा का विकास करने से लोग प्रभावित हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद कार्यकर्ताओं ने इस बार जमकर प्रचार किया है।