
संबित पात्रा (सोर्स- सोशल मीडिया)
Manipur New CM: भाजपा के पूर्वोत्तर प्रभारी और सांसद संबित पात्रा को गृह मंत्रालय ने जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। हालांकि उन्हें यह सुरक्षा सिर्फ मणिपुर में ही मिलने वाली है। लेकिन जिसके बाद वो अटकलें और पुख्ता हो गई हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि संबित पात्रा मणिपुर के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
आईबी की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। अब सीआरपीएफ के कमांडो उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे। मणिपुर पिछले दो साल से जातीय हिंसा की चपेट में है। वहीं, बीते रविवार को एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद से राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके एक दिन बाद भाजपा के प्रदेश मामलों के प्रभारीनॉर्थ संबित पात्रा ने आगे की रणनीति तय करने के लिए इंफाल में बैठक बुलाई। यहां उन्होंने सोमवार को एक होटल में कुछ भाजपा विधायकों के साथ बंद कमरे में मीटिंग की। इसके बाद अब प्रतिनिधिमंडल के साथ गवर्नर हाउस पहुंचे थे। जिसके बाद चर्चाएं चलीं कि संबित को राज्य का मुखिया बनाया जा सकता है।
संबित पात्रा मणिपुर के प्रभारी भी हैं और इन दिनों लगातार मणिपुर के दौरे पर हैं। उन्होंने बीते बुधवार को 24 घंटे से भी कम समय में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से दो बार मुलाकात की। इन मुलाकातों के बाद ही संबित का नाम सीएम के तौर पर चर्चा में आया है।
राजनीतिक कूचों में चल रही चर्चाओं में यह भी कहा जा रहा है कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। लेकिन मणिपुर में अगर राष्ट्रपति शासन लगता है तो यह रणनीतिक तौर पर बीजेपी की हार होगी। इस वजह से बीजेपी राष्ट्रपति शासन नहीं का पक्ष नहीं लेगी और जल्द ही राज्य को नया सीएम मिल जाएगा।
कांग्रेस ने संबित पात्रा के मणिपुर दौरे पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा, “क्या संबित पात्रा की मंशा नेतृत्व संकट को दूर करने की है? भाजपा नेताओं का दुर्भाग्य है कि वे अपना मुख्यमंत्री नहीं चुन पा रहे हैं और विधानसभा सत्र नहीं बुला पा रहे हैं। संबित पात्रा के राज्य दौरे का उद्देश्य क्या है? क्या वे राज्य को तोड़ने आए हैं?”
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मई 2023 से अब तक इंफाल घाटी में रहने वाले मैतेई समुदाय और आसपास के पहाड़ी इलाकों में स्थित कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरता रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। खुफिया विभाग ने दलाई लामा की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया। इसके तहत अब दलाई लामा को 12 कमांडो और 6 पीएसओ समेत कुल 33 सुरक्षाकर्मी मिलेंगे, जो उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराएंगे।






