मुंबई: फिल्म मेकर राज कृष्ण मेनन ने इस फिल्म को बनाया है और फिल्म को रिव्यू भी ठीक-ठाक ही मिला था। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि फिल्म हकीकत के काफी करीब है। पूर्वी पाकिस्तान, ‘बांग्लादेश’ कैसे बना इस फिल्म में इस कहानी अच्छे से दर्शाया गया है। दरअसल बंटवारे के समय बांग्लादेशियों पर पाकिस्तान ने किस तरह से जुल्म ढाया था, उसकी कहानी बताई गई है। कहानी में यह भी दिखाया गया है कि किस तरह से भारत ने बंटवारे की इस कहानी में अहम भूमिका निभाई और बांग्लादेश को आजाद कराया।
फिल्म की कहानी ब्रिगेडियर बलराम सिंह (ईशान खट्टर), मेजर राम मेहता की भूमिका में प्रियांशु नजर आ रहे हैं। वहीं बहन राधा मेहता की भूमिका में मृणाल ठाकुर नजर आ रही हैं।उनकी मां का रोल ‘सोनी राजदान’ ने निभाया है। शहीद पिता के कदमों पर चलते हुए दोनों बेटे आर्मी जॉइन कर लेते हैं, लेकिन मेजर बलराम उसूलों और आदर्श वाले हैं और देश के लिए समर्पित होने का जज्बा रखते हैं। बहन राधा मेहता खुफिया एजेंसी से जुड़ी हुई है जो बाहर हो रही गतिविधियों पर नजर रखती है और जरूरी संदेशों को डिकोड कर अपने भाइयों तक पहुंचाती है।
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इतना ही नहीं इस फिल्म में पीटी-75 टैंक की कहानी को भी दर्शाया गया है, जो भारत का पहला ऐसा टैंक था जो पानी में तैरते हुए युद्ध में हिस्सा ले सकता था और इस टैंक ने बांग्लादेश को आजादी दिलाने में भारत की तरफ से अहम भूमिका निभाई थी। फिल्म की कहानी को देखकर आप स्वतंत्र बांग्लादेश के इतिहास को आसानी से समझ सकेंगे।