अवैध शराब बिक्री के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन (सौजन्य-नवभारत)
Yavatmal News: यवतमाल जिले के उमरखेड़ तहसील के धनज गांव में अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए महिलाओं ने ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर शराबबंदी की मांग की। इस संबंध में उन्होंने पोफाली पुलिस से कई बार शिकायत की और ज्ञापन सौपे, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर महिलाओं का गुस्सा फूट पडा।
शनिवार 30 अगस्त की रात महिलाओं ने शराब की दुकान पर सीधा हमला बोल दिया और पूरी दुकान तहस-नहस कर दी। इससे गांव में कुछ देर के लिए तनावपूर्ण माहौल बन गया था। गांव की महिलाओं और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दो सौ लीटर के ड्रम, बीस लीटर की 22 बाल्टी सडा हुआ महुआ और शराब की 12 प्लास्टीक बोतल जब्त की गई।
इसके साथ ही, 10 देसी शराब की बोतलें और शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी जब्त की गई। शुक्रवार को ज्ञापन सौंपने के बावजूद अगले दिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे संतप्त गांव की महिलाओं ने गुस्सा होकर खुद ही गांव के शराब बिक्री अड्डे पर धावा बोल दिया। उसके बाद उन्होंने अड्डे पर मौजूद शराब के ड्रम तोड़ दिए और भारी मात्रा में शराब नष्ट कर दी।
उन्होंने खुद ही पुलिस थाने को फोन करके इसकी जानकारी भी दी। उसके बाद थानेदार ने दो कर्मचारियों को मौके पर भेजकर कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की। साथ ही इस मामले में रमेश मोहन चव्हाण, बंडू गंभीरा चव्हाण और शांता चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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धनज गांव में पिछले कुछ दिनों से भारी मात्रा में अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। शराब के कारण कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं। शराबबंदी के लिए कई बार शिकायत करने के बाद महिलाओं ने ग्राम सभा में शराबबंदी का प्रस्ताव पारित किया। उसके बाद गांव की 100 से 150 महिलाओं ने पोफाली पुलिस थाने पर धावा बोल दिया। उन्होंने थानेदार पंकज दाभाड़े को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब को बंद करने की मांग की गई।