खून से सना समृद्धि एक्सप्रेसवे। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: समृद्धि का अर्थ ‘अधिक संपन्न’ होता है। मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे या आधिकारिक तौर पर हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के रूप में जाना जाने वाला महामार्ग अब मृत्यु मार्ग बन गया है। नागपुर को मुंबई से जोड़ने और दोनों के बीच का समय कम करने का सपना इस एक्सप्रेसवे ने पूरा कर तो दिया लेकिन यह मार्ग बनने से लेकर अब तक लोगों के खून से सना है। इतना ही नहीं, तो एक खून के धब्बे सुखते न सुखते, तो दूसरे धब्बे फिर से लग जाते हैं। बात एक्सप्रेसवे पर हो रही दुर्घटनाओं की हो रही है।
महाराष्ट्र के मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर शनिवार सुबह एक एसयूवी पलटने के बाद एक अन्य वाहन से हुई टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई जबकि 13 अन्य घायल हो गए। मामले की जांच कर रही पुलिस ने यह जानकारी दी। सिंधखेड़ राजा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 9 बजे उस समय हुई जब एसयूवी यवतमाल से श्रद्धालुओं को लेकर शिर्डी की ओर जा रही थी। उन्होंने बताया कि उसमें 15 लोग सवार थे।
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बताया गया कि एसयूवी का एक टायर फटने से वह अनियंत्रित होकर पलट गई और इसी दौरान पीछे से आ रही एक कार ने भी उसमें टक्कर मार दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान विद्या साबले और मोतीराम बोरकर के रूप में हुई है।
उन्होंने जानकारी दि कि हादसे में घायल 13 लोगों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही यातायात पुलिस और आपातकालीन सेवाओं की टीम घटनास्थल पर पहुंची। इस हादसे के कारण एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा।