
गिरफ्तार आरोपी (फोटो नवभारत)
Yavatmal Mahur Double Murder Case: खेत में मेहनत कर रही महिला मजदूरों पर नजर रखना, उन्हें पीटना और उनके आभूषण छीनना, अगर महिलाएं विरोध करतीं तो उन्हें मार देना… यह हत्या का पैटर्न तीन साल पहले यवतमाल जिले की पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। इन हत्याओं के पीछे एक ही ‘सीरियल किलर’ सामने आया था। अब उसी हत्यारे ने माहूर तहसील में दो महिलाओं की हत्या कर दी है।
यवतमाल जिले से सटा माहूर तहसील के पाचुंदा क्षेत्र में कपास चुन रही दो महिलाओं का गला दबाकर हत्या कर दी गई। यह घटना 20 नवंबर की दोपहर को हुई, लेकिन खेत में कोई और न होने के कारण यह घटना देर शाम तक सामने आई। मृतक महिलाएं अंतकला आढागले (55) और अनुसयाबाई आढागले (50) हैं।
हत्यारों ने आभूषण लूट लिए। माहुर पुलिस ने ठंडे दिमाग से मामले की जांच कर दो हत्यारों को गिरफ्तार किया। आरोपी सुरेश लिंगरवार यवतमाल के आर्णी तहसील के सदोबा सावली का रहनेवाला है, जबकि उसका साथी गजानन येरजवार माहुर का निवासी है।
सुरेश लिंगरवार यह गंगाजीनगर सेलू (करंजी) तहसील माहूर में अपने रिश्तेदार के खेत के गोठे में छिपा था। वहां से नांदेड पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। जबकि दूसरे आरोपी गजानन येरजवार को भी गंगाजी नगर सेलू से हिरासत में लिया गया। दोनों ने हत्या करने की बात कबूल की। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक दोपहिया, दो मोबाइल जब्त किए।
विशेष बात यह है कि दत्ता ने तीन साल पहले यवतमाल जिले में इसी तरह की घटनाएं की थीं। घाटंजी तहसील के शिरोली क्षेत्र में खेत में काम कर रही एक महिला की हत्या की थी। इसके अलावा मुकुटबन, पाटण और आदिलाबाद क्षेत्रों में भी उसने इसी तरह की घटनाएं की थीं। लेकिन खेत में काम करने वाली महिला को कोई क्यों मारेगा? यह सवाल पुलिस के लिए बड़ा चुनौतीपूर्ण था।
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दोपहर में खेत के आसपास कोई न होने के कारण आरोपी तक पहुंचना मुश्किल हो गया। हालांकि शिरोली में हुई हत्या के बाद पुलिस ने उसका पता लगाया और दत्ता को तेलंगाना से गिरफ्तार किया। अब वही आरोपी घाटंजी-आर्णी तहसील से सटा माहुर तहसील में डबल मर्डर करने के बाद अपने हत्या के ‘पैटर्न’ को उजागर कर रहा है।
खेत में उगी फसल में इंसान आसानी से नजर नहीं आता। मजदूर महिलाएं गरीब होती हैं, लेकिन उनके गले में मंगलसूत्र या किसी न किसी आभूषण जरूर होता है। इसी स्थिति का फायदा उठाकर दत्ता लिंगलवार दोपहर में खेत में जाकर महिला मजदूर के आभूषण छीनता था।
महिला अगर विरोध करती तो उसके मुंह में मिट्टी भर दी जाती और फिर गला दबाकर हत्या कर दी जाती। यही तरीका उसने शिरोली में अपनाया था। अब माहूर में भी इसी तरह की हत्या हुई है। इस घटना ने तीन साल पहले घाटंजी और झरी तहसील को हिला दिया था और अब यह माहूर तहसील तक फैल गई है।






