बिहार चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी द्वारा पल्लवी पटेल और स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ गठबंधन के संकेतों पर लखनऊ की जनता ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ‘नव भारत लाइव’ से बातचीत में एक पक्ष ने कहा कि “गठबंधन या ठगबंधन” से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जनता राष्ट्रवाद और योगी आदित्यनाथ के विकास मॉडल के साथ है। वहीं, दूसरे पक्ष ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला। लोगों का कहना है कि सपा और कांग्रेस अब “विदाई की समाप्ति” की ओर हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि ओवैसी एक पढ़े-लिखे और संविधान को मानने वाले नेता हैं। जनता ने आरोप लगाया कि सपा-कांग्रेस केवल मुस्लिमों (20%) से दरी बिछवाना चाहती हैं, जबकि सत्ता 7% यादवों के पास रहती है। अब मुस्लिम समाज जागरूक हो गया है और अपनी हिस्सेदारी मांग रहा है।
बिहार चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी द्वारा पल्लवी पटेल और स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ गठबंधन के संकेतों पर लखनऊ की जनता ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ‘नव भारत लाइव’ से बातचीत में एक पक्ष ने कहा कि “गठबंधन या ठगबंधन” से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जनता राष्ट्रवाद और योगी आदित्यनाथ के विकास मॉडल के साथ है। वहीं, दूसरे पक्ष ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला। लोगों का कहना है कि सपा और कांग्रेस अब “विदाई की समाप्ति” की ओर हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि ओवैसी एक पढ़े-लिखे और संविधान को मानने वाले नेता हैं। जनता ने आरोप लगाया कि सपा-कांग्रेस केवल मुस्लिमों (20%) से दरी बिछवाना चाहती हैं, जबकि सत्ता 7% यादवों के पास रहती है। अब मुस्लिम समाज जागरूक हो गया है और अपनी हिस्सेदारी मांग रहा है।






