वर्धा नगर परिषद (फोटो नवभारत)
वर्धा: आर्थिक वर्ष 2024-25 अगले महिने 31 मार्च को समाप्त होगा। इसके पहले टैक्स वसुली मुहिम को नगर परिषद वर्धा द्वारा गति दी जा रही है। नगर परिषद प्रशासन द्वारा विविध चरणों में संपत्तिधारकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। कार्रवाई को टालने 15 दिन के अंदर बकायाधारकों ने 20 लाख रुपएं टैक्स चुकाया है। अबतक 1800 संपत्तिधारकों को नोटिस जारी करने की जानकारी नगर परिषद प्रशासन द्वारा दी गई।
वर्धावासियों को विविध बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करने की जिम्मेदारी नगर परिषद प्रशासन पर है। जिसमें स्ट्रीट लाइट की सुविधा, पक्की सड़क, कचरा व्यवस्थापन, स्वच्छ जलापूर्ति आदि विविध कार्यों का समावेश हैं। शहर में 26 हजार के करीब संपत्तिधारक है। विविध बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करते समय करोडों रुपयों के आर्थिक बजट का नियोजन नप प्रशासन को करना होता है। इसके लिए संपत्तिधारकों से टैक्स वसूली महत्वपूर्ण होती है।
अगर टैक्स वसुली नहीं हुई तो आर्थिक संकट के चलते शहर के विकास में बाधा निर्माण होना तय है। बीते कुछ वर्षों से शहर में टैक्स वसूली का कार्य बहुत ही अच्छा है। वर्ष 2024-25 के लिए नगर परिषद को कुल 12 करोड़ 20 लाख रुपयों के टैक्स वसूली का टार्गेट है। जिसमें से 5 करोड़ 45 लाख रुपए टैक्स पुराने बकाया थे।
वर्ष 2024-25 का टैक्स 6 करोड़ 74 लाख रुपए है। टैक्स वसुली मुहिम आरंभ करने के बाद विभाग को 4 करोड़ रुपयों के करीब टैक्स वसूल करने में कामयाबी मिली है। लगभग 32.5 प्रतिशत टैक्स वसुली पूर्ण हुई है। मार्च 2025 तक जादा से जादा टैक्स वसुल हो इस दृष्टीकोण से नप प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
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टैक्स विभाग द्वारा नियुक्त कर्मचारी घर घर जाकर इन दिनों टैक्स के बिल वितरित कर रहे हैं। नागरिकों को टैक्स भरने का आहवान किया जा रहा है। साथ ही 20 हजार रुपयों से जादा जिनका टैक्स बकाया है, ऐसे शहर के 1500 बकायाधारकों को अब तक नोटिस जारी किए गए हैं। टैक्स नहीं भरने पर चल संपत्ति जब्त कर नियमानुसार नीलामी की जाएगी, ऐसी भूमिका टैक्स विभाग द्वारा स्पष्ट की गई।
नगर परिषद वर्धा के टैक्स निरीक्षक प्रयोजा नेम्मीनवार ने कहा कि शहर के जागरुक नागरिकों का टैक्स भरने हमेशा ही सहयोग रहता है। बार-बार सूचना देने के बावजूद टैक्स नहीं भरने वाले 1800 को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि संपत्ति टैक्स व पानी का टैक्स समय पर भरकर नगर परिषद प्रशासन को सहयोग करें।