
सेलू में तेंदुआ खाल तस्करी का पर्दाफाश (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha Crime News: तेंदुए की खाल तस्करी प्रकरण में वन विभाग ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए नागपुर जिले से मध्यरात्रि तीन और आरोपियों को हिरासत में लिया। इसके साथ ही कुल आरोपियों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।ज्ञात हो कि सेलू परिसर में तेंदुए की खाल बेचने का प्रयास कर रही शालिनी पवार, अनिस तुमडाम और सौरभ रुंदई को वन विभाग ने पहले ही पकड़ा था।
इनमें से दो आरोपियों को न्यायालय ने एक दिन की वन कस्टडी दी थी, जबकि अनिस को जेल भेज दिया गया था। कस्टडी के दौरान मिली जानकारी के आधार पर वन विभाग की टीम ने नागपुर जिले से तीन और आरोपियों को पकड़ा। नए गिरफ्तार आरोपियों में शुभम गुणवंत थोटे, स्वप्नील गुणवंत थोटे (निवासी झिलपी मोहगांव, जिला नागपुर), और नामदेव सीताराम मसराम (निवासी खडालझर, तह. भिवापुर, नागपुर) शामिल हैं। शालिनी व सौरभ की कस्टडी समाप्त होने पर उन्हें मंगलवार को पुनः सेलू न्यायालय में पेश किया गया।
वहीं, देर रात पकड़े गए तीनों नए आरोपियों को भी अदालत लाया गया। वन विभाग की मांग पर अदालत ने पांचों आरोपियों को 12 दिसंबर तक वन कस्टडी में भेज दिया। इस प्रकरण में विस्तृत जांच से कई गंभीर खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। जांच का नेतृत्व उपवनसंरक्षक हरवीर सिंह और सहायक वनसंरक्षक हरिलाल सरोदे के मार्गदर्शन में RFO मीनल तुरखेडे, वी.एस. भलावी, नौकरकर, ब्राह्मणे, क्षेत्र सहायक डी.ए. उईके और वनरक्षक एस.डी. दांडगे कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि जब आरोपियों को सेलू न्यायालय में पेश किया गया, उसी समय एक बड़ी चर्चा उस वक्त शुरू हुई जब विदर्भ के वरिष्ठ भाजपा नेता और गढ़चिरोली के पूर्व सांसद अशोक नेते अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ अदालत पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आरोपियों से बातचीत भी की। न्यायालय परिसर में नेता की उपस्थिति से सभी हैरान रह गए, और इस प्रकरण में वन विभाग पर दबाव होने की चर्चाएँ शुरू हो गई हैं।






