देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा का समारोप। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
वर्धा: कबड्डी यह प्राचीन भारतीय खेल है। भारतीय पारंपरिक खेल के रूप में कबड्डी को खेला जाता है। यह खेल स्फूर्ति, संयम, सांघिकता को दर्शाता है। यह मिट्टी से जुड़ा हुआ खेल है। हम जैसे कबड्डी के मैच देखने यहां पहुंचे हैं, उसी तरह वीर केसरी इस ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म जरूर देखें, ऐसा आह्वान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। वे देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा के समारोप अवसर पर बोल रहे थे।
इस प्रसंग पर कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार पार्टी के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने की। मंच पर मंत्री अशोक उईके, मंत्री प्रताप सरनाईक, राज्यमंत्री व जिले के पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर, पूर्व सांसद रामदास तडस, विधायक समीर कुणावार, राजेश बकाने, सुमित वानखेडे, सुबोध मोहिते, एड. ए. उशी रेड्डी, सागर मेघे, सुधिर दिवे, उपेंद्र कोठेकर, सुनिल गफाट, प्रदीपसिंह ठाकूर, एड. सुधीर कोठारी, वीर केसरी की टीम से फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी, सूरज पांचोली, आकांक्षा शर्मा, भव्या गांधी, राकेश कोठारी व अन्य मान्यवर मौजूद थे।
इस भव्य आयोजन के लिए देवेंद्र फडणवीस ने पालकमंत्री डॉ. भोयर व पूर्व सांसद तडस का अभिनंदन किया। इस स्पर्धा में युवक गुट में अंतिम मैच दिल्ली विरुद्ध मध्यप्रदेश व युवतियों के गुट में पश्चिम बंगाल विरुद्ध हरियाणा के बीच खेला गया।
देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा में देश के विविध हिस्से से पुरुषों की 27 तो महिलाओं की 22 टीमें शामिल हुई हैं। प्रमुखता से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के खिलाड़ियों की टीमें इस स्पर्धा के लिए पहुंची। जिले में कबड्डी के साथ ही फुटबॉल खेल की पसंद युवाओं में बढ़ रही है।
इसलिए फुटबॉल का एक्सलेंट सेंटर वर्धा में उपलब्ध कराया जाए, ऐसी मांग कबड्डी स्पर्धा के समारोपीय कार्यक्रम के प्रसंग पर उपस्थितों को संबोधित करते हुए पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर ने मुख्यमंत्री के सामने रखी। इस प्रसंग पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल व अन्य मान्यवरों ने भी अपने विचार रखते हुए कबड्डी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी।